एक दिन राजा कृष्णादेवराय जी दरबार में बैठा कर अपने सभी दरबारियों एवं मंत्रिगणों से विचार विमर्श कर रहे थे | राज्य की सभी समस्याओं एवं राज्य के विकास पर चर्चा चल रही थी | दरबार का प्रहरी आकार महाराज से कहता हैं की महाराज द्वार पर एक फरियादी आया है और वह आपसे मिलाने की प्रार्थना कर रहा है | महाराज ने प्रहरी से उस व्यक्ति को अन्दर भेजने की आज्ञा दी | | एक दिन राजा कृष्णादेवराय जी दरबार में बैठा कर अपने सभी दरबारियों एवं मंत्रिगणों से विचार विमर्श कर रहे थे | राज्य की सभी समस्याओं एवं राज्य के विकास पर चर्चा चल रही थी | दरबार का प्रहरी आकार महाराज से कहता हैं की महाराज द्वार पर एक फरियादी आया है और वह आपसे मिलाने की प्रार्थना कर रहा है | महाराज ने प्रहरी से उस व्यक्ति को अन्दर भेजने की आज्ञा दी | |