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| === अध्याय १५ === | | === अध्याय १५ === |
| + | एक राज्य की नीतियों के पर्यावरणीय प्रदर्शन को मापने और संख्यात्मक रूप से चिह्नित करने का एक तरीका है। यह सूचकांक पाइलट पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक से विकसित किया गया था, जिसे पहले २००२ में प्रकाशित किया गया था, और संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों में निर्धारित पर्यावरण के लक्ष्य को तैयार करने के लिए डिजाइन किया गया था। |
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| + | ईपीआई से पहले पर्यावरण सतहीता सूचकांक _ (ईएसआई), १९९९ और २००५ के मध्य प्रकाशित किया गया था। दोनों निर्देशिका विश्व आर्थिक मंच और यूरोपीय आयोग के संयुक्त अनुसंधान केंद्रके सहयोग से येल विश्वविद्यालय (येल सेंटरफोर एन्वायरन्मेंटल लॉ एन्ड पॉलिसि ) और कोलम्बिया विश्वविद्यालय (अंतर्राष्ट्रीय पृथ्वी विज्ञान सूचना नेटवर्क केंद्र) द्वारा विकसित कि गई थी । ईएसआई को अन्य देशों के मार्गों के संबंध में पर्यावरणीय स्थिरता का मूल्यांकन करने के लिए विकसित किया गया था। ईएसआई विकसित करने वाली टीमों द्वारा फोकस करने के कारण, ईपीआई परिणाम-उन्मुख संकेतकों का उपयोग करता है, फिर एक बेंचमार्क इंडेक्स के रूप में काम करता है जिसे नीति निर्माताओं, पर्यावरण वैज्ञानिक, अधिवक्ताओं और आम जनता द्वारा आसानी से उपयोग किया जा सकता है।ग्लोबल ग्रीन इकोनॉमी इंडेक्स (जीजीआई) जैसे अन्य प्रमुख सूचकांक राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं के पर्यावरण, सामाजिक और आर्थिक गतिशीलता का एक एकीकृत उपाय प्रदान करते हैं। जीजीईआई (ग्लोबल ग्रीन ईकोनोमि इंडेक्स ) सूचकांक के पर्यावरणीय आयाम के लिए ईपीआई डेटा का इस्तेमाल करता है जबकि दक्षता क्षेत्रों (जैसे परिवहन, इमारतों, ऊर्जा), निवेश, हरे रंग की नवीनता और जलवायु परिवर्तन के बारे में राष्ट्रीय नेतृत्व का प्रदर्शन मूल्यांकन भी प्रदान करता है। |
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| + | जनवरी २०१२ तक चार ईपीआई रिपोर्ट जारी की गई - पायलट २००६ पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक, और २००८, २०१०, और २०१२ पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक। २०१२ की रिपोर्ट के लिए, पिछले दशक के दौरान पर्यावरण के प्रदर्शन में बदलाव के आधार पर देशों को रैंक करने के लिए एक नया पायलट ट्रेंड ईपीआई विकसित किया गया था, जिस से यह स्थापित करने की अनुमति मिलती है कि किन देशों में सुधार हो रहा है और किन देशों में गिरावट आ रही है। |
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| + | २०१४ ईपीआई रैंकिंग में, शीर्ष पांच देशों स्विट्जरलैंड, लक्समबर्ग, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और चेक गणराज्य थे। २०१४ में नीचले स्तर पर रहे पांच देशों में सोमालिया, माली, हैती, लेसोथो, और अफगानिस्तान थे। यूनाइटेड किंगडम का स्थान १२ वें स्थान पर, जापान २६ वें स्थान पर, संयुक्त राज्य अमेरिका ३३ वें, ब्राजील ७७ वें, चीन ११८ वें और भारत १५५ वें स्थान पर आया। अपने २०१२ पायलट ट्रेंड ईपीआई के आधार पर शीर्ष पांच देश एस्तोनिया, कुवैत, एल साल्वाडोर, नामीबिया और कांगो थे। |
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| + | ==== ईपीआई स्कोर २०१६ ==== |
| + | २३ जनवरी २०१६ को, २०१६ के पर्यावरणीय प्रदर्शन सूचकांक को विश्व आर्थिक मंच पर जारी किया गया, जिसमें १८० देशों का स्थान रहा। ११ |
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| + | ==== शीर्ष ३० देशों और स्कोर ==== |
| + | फिनलैंड ९०.८८ |
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| + | आइसलैंड ९०.५१ |
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| + | स्वीडन ९०.४३ |
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| + | डेनमार्क ८९.२१ |
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| + | स्लोवेनिया ८८.९८ |
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| + | स्पेन ८८.९१ |
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| + | पुर्तगाल ८८.६३ |
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| + | एस्टोनिया ८८.५९ |
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| + | माल्टा ८८.४८ |
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| + | फ्रास ८८.२० |
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| + | न्यूज़ीलैंड ८८.०० |
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| + | यूनाइटेड किंगडम ८७.३८ |
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| + | नॉर्वे ८६.९० |
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| + | आयरलैंड ८६.६० |
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| + | ग्रीस ८५.८१ |
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| + | लिथुआनिया ८५.४ ९ |
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| + | कनाडा ८५.०६ |
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| + | चेक गणराज्य ८४.६७ |
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| + | इटली ८४.४८ |
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| + | ऑस्ट्रिया ८६.६४ |
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| + | लक्समबर्ग ८६.५८ |
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| + | लाटविया ८५.७१ |
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| + | स्लोवाकिया ८५.४२ |
| + | |
| + | संयुक्त राज्य अमेरिका ८४.७२ |
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| + | हंगरी ८४.६० |
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| + | जर्मनी ८४.२६ |
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| + | ==== २०१४ ==== |
| + | २५ जनवरी २०१४ को, येल विश्वविद्यालय और कोलंबिया विश्वविद्यालय ने विश्व आर्थिक मंच रैंकिंग १७८ देशों में २०१४ पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक जारी किया। ८ |
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| + | '''शीर्ष ३० देशों और स्कोर''' |
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| + | स्विटजरलैंड ८७.६७ |
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| + | ऑस्ट्रेलिया ८२.४ |
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| + | लक्ज़मबर्ग ८३.२९ |
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| + | सिंगापुर ८१.७८ |
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| + | चेक गणराज्य ८१.४७ |
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| + | स्पेन ७९.७९ |
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| + | स्वीडन ७८.० ९ |
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| + | नीदरलैंड ७७.७५ |
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| + | डेनमार्क ७६.९२ |
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| + | स्लोवेनिया ७६.४३ |
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| + | पुर्तगाल ७५.८ |
| + | |
| + | आयरलैंड ७४.६७ |
| + | |
| + | स्लोवाकिया ७४.४५ |
| + | |
| + | ग्रीस ७३.२८ |
| + | |
| + | संयुक्त अरब अमीरात ७२.९१ |
| + | |
| + | फ्रांस ७१.०५ |
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| + | चिली ६९.९३ |
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| + | जर्मनी ८०.४७ |
| + | |
| + | ऑस्ट्रिया ७८.३२ |
| + | |
| + | नॉर्वे ७८.०४ |
| + | |
| + | यूनाइटेड किंगडम ७७.३५ |
| + | |
| + | आइसलैंड ७६.५ |
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| + | न्यूज़ीलैंड ७६.४१ |
| + | |
| + | फिनलैंड ७५.७२ |
| + | |
| + | एस्तोनिया ७४.६६ |
| + | |
| + | इटली ७४.३६ |
| + | |
| + | कनाडा ७३.१४ |
| + | |
| + | जापान ७२.३५ |
| + | |
| + | हंगरी ७०.२८ |
| + | |
| + | पोलैंड ६९.५३ |
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| + | ==== २०१२ ==== |
| + | २५ जनवरी २०१२ को येल विश्वविद्यालय और कोलंबिया विश्वविद्यालय ने विश्व आर्थिक मंच रैंकिंग में १३२ देशों के २०१२ पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक जारी किया। |
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| + | '''शीर्ष ३० देशों और स्कोर''' |
| + | |
| + | स्विटज़रलैंड ७६.६९ |
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| + | नॉर्वे ६९.९२ |
| + | |
| + | कोस्टा रिका ६९.०३ |
| + | |
| + | ऑस्ट्रिया ६८.९२ |
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| + | यूनाइटेड किंगडम ६८.८२ |
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| + | लाटविया ७०.३७ |
| + | |
| + | लक्समबर्ग ६९.२ |
| + | |
| + | फ्रांस ६९ |
| + | |
| + | इटली ६८.९ |
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| + | स्वीडन ६८.८२ |
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| + | जर्मनी ६६.९१ |
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| + | आइसलैंड ६६.२८ |
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| + | अल्बानिया ६५.८५ |
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| + | लिथुआनिया ६५.५ |
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| + | फिनलैंड ६४.४४ |
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| + | डेनमार्क ६३.६१ |
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| + | जापान ६३.३६ |
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| + | मलेशिया ६२.५१ |
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| + | कोलम्बिया ६२.३३ |
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| + | ताइवान ६२.२३ |
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| + | स्लोवाकिया ६६.६२ |
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| + | न्यूज़ीलैंड ६६.०५ |
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| + | नीदरलैंड ६५.६५ |
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| + | चेक गणराज्य ६४.७९ |
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| + | क्रोएशिया ६४.१६ |
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| + | पोलैंड ६३.४७ |
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| + | बेल्जियम ६३.०२ |
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| + | ब्रुनेई ६२.४ ९ |
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| + | स्लोवेनिया ६२.२५ |
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| + | ब्राजील ६०.९ |
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| + | ट्रेंड ईपीआई द्वारा सबसे ख़राब १० देशों ६७ ईपीआई रैंक कोष्ठकों में दिखाया गया है। |
| + | [[File:Capture८८ .png|none|thumb|423x423px]] |
| + | ट्रेंड ईपीआई द्वारा सबसे ख़राब १० देशों ६७ ईपीआई रैंक कोष्ठकों में दिखाया गया है। |
| + | [[File:Capture८९ .png|none|thumb|444x444px]] |
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| ==References== | | ==References== |
− | <references />भारतीय शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण भारतीय शिक्षा (भारतीय शिक्षा ग्रन्थमाला ५), प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे | + | <references />धार्मिक शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण धार्मिक शिक्षा (धार्मिक शिक्षा ग्रन्थमाला ५), प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे |
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