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| == ॥ प्रार्थना ॥ == | | == ॥ प्रार्थना ॥ == |
− | ॐ गणानां त्वा गणपतिगम् हवामहे कर्विं कवीनामुपमश्र॑वस्तमम्<ref>परिष्कर्ता स्वामी देवरूपानन्द:, रामकृष्ण मठ, खार, मुम्बई, Published By : The President, Ramakrishna Math, Khar, Mumbai - 400 052, Third Edition : January 23, 2007</ref> । | + | <big>ॐ गणानां त्वा गणपतिगम् हवामहे कर्विं कवीनामुपमश्र॑वस्तमम्<ref>परिष्कर्ता स्वामी देवरूपानन्द:, रामकृष्ण मठ, खार, मुम्बई, Published By : The President, Ramakrishna Math, Khar, Mumbai - 400 052, Third Edition : January 23, 2007</ref> ।</big> |
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− | ज्येष्ठराजं ब्रह्म॑णां ब्रह्मणस्पत आ न: शृण्वन्नूतिभिस्सीद साद॑नम् ॥ | + | <big>ज्येष्ठराजं ब्रह्म॑णां ब्रह्मणस्पत आ न: शृण्वन्नूतिभिस्सीद साद॑नम् ॥</big> |
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− | ॐ हंस हुसाय विद्महें परमहंसाय॑ घीमहि । तन्नो हंस: प्रचोदयात् ॥ | + | <big>ॐ हंस हुसाय विद्महें परमहंसाय॑ घीमहि । तन्नो हंस: प्रचोदयात् ॥</big> |
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− | ॐ नमो हिरण्यबाहवे हिरण्यवर्णाय हिरण्यरूपाय हिरण्यपतयेऽम्बिकापतय उमापतये पशुपतये नमो नमः ॥ | + | <big>ॐ नमो हिरण्यबाहवे हिरण्यवर्णाय हिरण्यरूपाय हिरण्यपतयेऽम्बिकापतय उमापतये पशुपतये नमो नमः ॥</big> |
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− | ऋतगम् स॒त्यं पर ब्रह्म पुरुषं कृष्णपिङ्गलम् । ऊर्ध्वरेतं विरूपाक्षं विश्वरूपाय वै नमो नम: ॥ | + | <big>ऋतगम् स॒त्यं पर ब्रह्म पुरुषं कृष्णपिङ्गलम् । ऊर्ध्वरेतं विरूपाक्षं विश्वरूपाय वै नमो नम: ॥</big> |
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− | ईशान-स्सर्व-विद्याना-मीश्वर-स्सर्व-भूतानां ब्रह्माऽघिपति-र्ब्रह्मणोऽघिपति-र्ब्रह्मा शिवोमे अस्तु सदाशिवोम् ॥ | + | <big>ईशान-स्सर्व-विद्याना-मीश्वर-स्सर्व-भूतानां ब्रह्माऽघिपति-र्ब्रह्मणोऽघिपति-र्ब्रह्मा शिवोमे अस्तु सदाशिवोम् ॥</big> |
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− | ॐ भू-र्भूव-स्सूवः ॥ॐ नमः शम्भवे च मयोभवे च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च ॥ | + | <big>ॐ भू-र्भूव-स्सूवः ॥ॐ नमः शम्भवे च मयोभवे च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च ॥</big> |
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− | ॐ निधनपतये नमः । निधनपतान्तिकाय नमः । ऊध्वार्य नम: । ऊर्घ्वलिङ्गाय नमः । हिरण्याय नमः । हिरण्यलिङ्गाय नमः । | + | <big>ॐ निधनपतये नमः । निधनपतान्तिकाय नमः । ऊध्वार्य नम: । ऊर्घ्वलिङ्गाय नमः । हिरण्याय नमः । हिरण्यलिङ्गाय नमः ।</big> |
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− | सुवर्णाय नमः । सुवर्णलिङ्गाय नमः । दिव्याय नम: । दिव्यलिङ्गाय नमः । भवाय नमः । भवलिङ्गाय नमः । शर्वाय नमः । | + | <big>सुवर्णाय नमः । सुवर्णलिङ्गाय नमः । दिव्याय नम: । दिव्यलिङ्गाय नमः । भवाय नमः । भवलिङ्गाय नमः । शर्वाय नमः ।</big> |
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− | शर्वलिङ्गाय नमः । शिवाय नमः । शिवालिङ्गाय नमः । ज्वलाय नमः । ज्वललिङ्गाय नमः । आत्माय नमः । आत्मलिङ्गाय नमः । | + | <big>शर्वलिङ्गाय नमः । शिवाय नमः । शिवालिङ्गाय नमः । ज्वलाय नमः । ज्वललिङ्गाय नमः । आत्माय नमः । आत्मलिङ्गाय नमः ।</big> |
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− | परमाय नमः । परलिङ्गाय नमः । एतत्सोमस्य सूर्यस्य सर्वलिङ्गाय स्थापयति पाणिमन्त्रं पवित्रम् ॥ | + | <big>परमाय नमः । परलिङ्गाय नमः । एतत्सोमस्य सूर्यस्य सर्वलिङ्गाय स्थापयति पाणिमन्त्रं पवित्रम् ॥</big> |
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− | सद्योजातं प्रपद्यामि सद्योजाताय वै नमो नमः । | + | <big>सद्योजातं प्रपद्यामि सद्योजाताय वै नमो नमः ।</big> |
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− | भवे भवे नातिंभवे भवस्वमाम् । भवोदभ्वाय वै नमो नम: ॥ वामदेवाय नमो ज्येष्ठाय | + | <big>भवे भवे नातिंभवे भवस्वमाम् । भवोदभ्वाय वै नमो नम: ॥ वामदेवाय नमो ज्येष्ठाय</big> |
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− | नम-श्श्रेष्ठाय नमो रुद्राय नमः कालाय नमः कलविकरणाय नमो | + | <big>नम-श्श्रेष्ठाय नमो रुद्राय नमः कालाय नमः कलविकरणाय नमो</big> |
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− | बलविकरणाय नमो बलाय नमो बलप्रमथनाय नम-स्सर्व-भूतदमनाय नमो मनोन्मनाय नम: ॥ | + | <big>बलविकरणाय नमो बलाय नमो बलप्रमथनाय नम-स्सर्व-भूतदमनाय नमो मनोन्मनाय नम: ॥</big> |
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− | अघोरेम्योऽथ घोरेभ्यो घोरघोरतरेम्य: । सर्वेम्य-स्सर्वशार्वेभ्यो नमस्ते अस्तु रुद्ररूपेम्य: ॥ | + | <big>अघोरेम्योऽथ घोरेभ्यो घोरघोरतरेम्य: । सर्वेम्य-स्सर्वशार्वेभ्यो नमस्ते अस्तु रुद्ररूपेम्य: ॥</big> |
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− | सर्वो वै रुद्र-स्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु | पुरुषो वै रुद्र-स्सन्महो नमो नमः । विश्वं भूतं भुवनं चित्रं बहुधा जातं जायमानं च यत् । | + | <big>सर्वो वै रुद्र-स्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु | पुरुषो वै रुद्र-स्सन्महो नमो नमः । विश्वं भूतं भुवनं चित्रं बहुधा जातं जायमानं च यत् ।</big> |
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− | सर्वो ह्येष रुद्र-स्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु ॥ | + | <big>सर्वो ह्येष रुद्र-स्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु ॥</big> |
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− | कद्रुद्राय प्रचेतसे मीढु्ष्टमाय तव्यसे | वो चेम शन्तमगं ह्रदे | | + | <big>कद्रुद्राय प्रचेतसे मीढु्ष्टमाय तव्यसे | वो चेम शन्तमगं ह्रदे |</big> |
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− | सर्वो ह्येष रुद्र-स्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु ॥ | + | <big>सर्वो ह्येष रुद्र-स्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु ॥</big> |
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− | त्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्ध॑नान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॥ | + | <big>त्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्ध॑नान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात् ॥</big> |
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− | ये ते सहस्रमयुतं पाशा मृत्यो मर्त्यीय हन्तवे । तान् यज्ञस्य | + | <big>ये ते सहस्रमयुतं पाशा मृत्यो मर्त्यीय हन्तवे । तान् यज्ञस्य</big> |
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− | मायया सर्वा-नवयजामहे ॥ मृत्यवे स्वाहा मृत्यवे स्वाहा । | + | <big>मायया सर्वा-नवयजामहे ॥ मृत्यवे स्वाहा मृत्यवे स्वाहा ।</big> |
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− | ॐ नमो भगवते रुद्राय विष्णवे मृत्युर्मे पाहि ॥ | + | <big>ॐ नमो भगवते रुद्राय विष्णवे मृत्युर्मे पाहि ॥</big> |
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− | ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि । तन्नो रुद्र: प्रचोदयात् ॥ | + | <big>ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि । तन्नो रुद्र: प्रचोदयात् ॥</big> |
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− | ॐ नमस्ते अस्तु भगवन्विश्वेश्वराय महादेवाय त्र्यम्बकाय | + | <big>ॐ नमस्ते अस्तु भगवन्विश्वेश्वराय महादेवाय त्र्यम्बकाय</big> |
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− | त्रिपुरान्तकाय त्रिकाग्रिकालाय कालाग्रिरुद्राय नीलकण्ठाय | + | <big>त्रिपुरान्तकाय त्रिकाग्रिकालाय कालाग्रिरुद्राय नीलकण्ठाय</big> |
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− | मृत्युज्जया सर्वेश्वराय सदाशिवाय श्रीमन्महादेवाय नम: ॥ | + | <big>मृत्युज्जया सर्वेश्वराय सदाशिवाय श्रीमन्महादेवाय नम: ॥</big> |
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− | ॐ शं च मे मयश्च मे प्रियं च मेऽनुकामश्च मे कामश्च मे | + | <big>ॐ शं च मे मयश्च मे प्रियं च मेऽनुकामश्च मे कामश्च मे सौमनसश्च मे मद्रं च मे श्रेयश्च मे वस्यश्च मे यशश्च मे भगश्च मे</big> |
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− | सौमनसश्च मे मद्रं च मे श्रेयश्च मे वस्यश्च मे यशश्च मे भगश्च मे
| + | <big>द्रविणं च मे यन्ता च मे धर्ता च मे क्षेमश्र मे धृतिश्च मे विश्वं च मे महश्च मे संविश्च मे ज्ञात्रं च मे सूश्च मे प्रसुश्च मे</big> |
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− | द्रविणं च मे यन्ता च मे धर्ता च मे क्षेमश्र मे धृतिश्च मे विश्वं च
| + | <big>सीरं च मे लयश्च म ऋतं च मेऽमृतं च मेऽयक्ष्मं च मेऽनामयच्च मे जीवातुश्च</big> |
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− | मे महश्च मे संविश्च मे ज्ञात्रं च मे सूश्च मे प्रसुश्च मे सीरं च मे लयश्च म ऋतं च मेऽमृतं च मेऽयक्ष्मं च मेऽनामयच्च मे जीवातुश्च | + | <big>मे दीर्घायुत्वं च मेऽनमित्रं च मेऽभयं च मे सुगं च मे शयनं च मे सूषा च मे सू दिनं च मे ॥ सदाशिवोम् ॥</big> |
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− | मे दीर्घायुत्वं च मेऽनमित्रं च मेऽभयं च मे सुगं च मे शयनं च मे सूषा च मे सू दिनं च मे ॥ सदाशिवोम् ॥
| + | <big>ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥</big> |
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− | ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥ | + | <big>ॐ असतो मा सद्गमय । तमसो मा ज्योतिर्गमय । मृत्योर्माऽमृतं गमय ॥</big> |
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− | ॐ असतो मा सद्गमय । तमसो मा ज्योतिर्गमय । मृत्योर्माऽमृतं गमय ॥
| + | <big>यो वेदादौ स्वर: प्रोक्तो वेदान्ते च प्रतिष्ठित: । तस्य प्रकृतिलीनस्य यः परस्स महेश्वर: ॥</big> |
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− | यो वेदादौ स्वर: प्रोक्तो वेदान्ते च प्रतिष्ठित: । तस्य प्रकृतिलीनस्य यः परस्स महेश्वर: ॥
| + | <big>सदाशिवोम् ॥</big> |
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− | सदाशिवोम् ॥
| + | <big>ॐ शान्ति: शान्ति: शान्तिं: ॥</big> |
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− | ॐ शान्ति: शान्ति: शान्तिं: ॥ | |
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| ==References== | | ==References== |
| <references /> | | <references /> |