तेनाली रामा जी - मूल्यवान प्रकाश
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चारों और दीवाली धूम मची हुई थी |विजय नगर राज्य की पूरी तरह से दीवाली के प्रकाश उत्सव में डूबने के लिए तैयार था | महाराज भी दीपावली के पर्व की तैयारियों एवं मधुर स्वादों के भाव से प्रसन्न हो रहा था | महाराज दीपावली की तैयारियों के लिए राजदरबार में अपने मंत्री गणों के साथ बैठकर चर्चा कर रहे थे | अचानक महाराज को नगर में स्पर्धा करने की योजना आ गई | महाराज ने सभी मंत्रियो से स्पर्धा की चर्चा की और बताया की इस वर्ष नगर में सौन्दर्य एवं दिप सजावट की स्पर्धा रखी जाये | जिसका निवास अधिक प्रकाशमान होगा उन्हें सोने की हजार मुद्राएँ दी जाएगी |
पुरे नगर में ओसकी घोषणा कर दीजाती है |