मछली की आकृति की चुंबकीय सुई जो तेल से भरे बर्तन में तैरती रहती थी और जिसका मुख उत्तर दिशा में रहता था। इस प्रकार हम देखते हैं कि प्राचीन भारत में नौका एवं पोत निर्माण का कार्य उच्चकोटि का था तथा इन पोतों के कई प्रकार थे। | मछली की आकृति की चुंबकीय सुई जो तेल से भरे बर्तन में तैरती रहती थी और जिसका मुख उत्तर दिशा में रहता था। इस प्रकार हम देखते हैं कि प्राचीन भारत में नौका एवं पोत निर्माण का कार्य उच्चकोटि का था तथा इन पोतों के कई प्रकार थे। |