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| है। | | है। |
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− | करण कौन कौन से हैं | + | == करण कौन कौन से हैं == |
− | | |
| यदि करणों की चिन्ता करना अधिक महत्त्वपूर्ण है | | यदि करणों की चिन्ता करना अधिक महत्त्वपूर्ण है |
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| कुशलता हाथ में होती है । पैर शरीर का भार उठाते हैं, 5 | | कुशलता हाथ में होती है । पैर शरीर का भार उठाते हैं, 5 |
| | | |
− | शरीर को खड़ा रखते हैं, शरीर का सन्तुलन बनाए रखते करण कार्य कैसे करते | + | शरीर को खड़ा रखते हैं, शरीर का सन्तुलन बनाए रखते |
| | | |
− | हैं, चलते हैं, दौड़ते हैं, नृत्य करते हैं, कूदते हैं, छलांग कर्मन्द्रियाँ क्रिया करती हैं और क्रिया के रूप में | + | == करण कार्य कैसे करते हैं == |
| + | |
| + | , चलते हैं, दौड़ते हैं, नृत्य करते हैं, कूदते हैं, छलांग कर्मन्द्रियाँ क्रिया करती हैं और क्रिया के रूप में |
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| लगाते हैं, ठोकर मारते हैं, लात मारते हैं। शरीर को... ज्ञानार्जन करती हैं । ज्ञानेंद्रियाँ संवेदनों को ग्रहण करती हैं | | लगाते हैं, ठोकर मारते हैं, लात मारते हैं। शरीर को... ज्ञानार्जन करती हैं । ज्ञानेंद्रियाँ संवेदनों को ग्रहण करती हैं |
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| तीनों में कुछ अन्तर है यह हमारा अनुभव है। बुद्धि .. बिना व्यवहार में सम्भव नहीं होती हैं । उदाहरण के लिये | | तीनों में कुछ अन्तर है यह हमारा अनुभव है। बुद्धि .. बिना व्यवहार में सम्भव नहीं होती हैं । उदाहरण के लिये |
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− | ज्ञानार्जन प्रक्रिया | + | == ज्ञानार्जन प्रक्रिया == |
− | | |
| श्श्२ | | श्श्२ |
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| करनी चाहिए | | | करनी चाहिए | |
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− | ज्ञानार्जन के करण और ज्ञानार्जन प्रक्रिया | + | == ज्ञानार्जन के करण और ज्ञानार्जन प्रक्रिया == |
− | | |
| प्रत्येक मनुष्य के पास ज्ञानार्जन के करण जन्मजात | | प्रत्येक मनुष्य के पास ज्ञानार्जन के करण जन्मजात |
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| बहुत महत्त्वपूर्ण काम है । | | बहुत महत्त्वपूर्ण काम है । |
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− | मन को सक्षम कैसे बनाया जाय ? | + | == मन को सक्षम कैसे बनाया जाय ? == |
− | | |
| ०... मन के साथ मित्रवत व्यवहार करना आवश्यक है । | | ०... मन के साथ मित्रवत व्यवहार करना आवश्यक है । |
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| है। | | है। |
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− | मन के बाद बुद्धि का क्रम है । | + | == मन के बाद बुद्धि का क्रम है । == |
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| बुद्धि को तेजस्वी बनाने हेतु उसके सभी साधनों का | | बुद्धि को तेजस्वी बनाने हेतु उसके सभी साधनों का |
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| है। | | है। |
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− | करण और उपकरण | + | == करण और उपकरण == |
− | | |
| उपकरण बाहर के जगत में हम जो सहायक सामग्री | | उपकरण बाहर के जगत में हम जो सहायक सामग्री |
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| चरण है । | | चरण है । |
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− | करणों की क्रमिक सक्रियता | + | == करणों की क्रमिक सक्रियता == |
− | | |
| Wasa के सभी करण एकसाथ सक्रिय नहीं होते । | | Wasa के सभी करण एकसाथ सक्रिय नहीं होते । |
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| का निर्देशन करता है । | | का निर्देशन करता है । |
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− | आयु की अवस्थानुसार ज्ञानार्जन | + | == आयु की अवस्थानुसार ज्ञानार्जन == |
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| आयु की विभिन्न अवस्थाओं में ज्ञानार्जन के भिन्न | | आयु की विभिन्न अवस्थाओं में ज्ञानार्जन के भिन्न |
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