Difference between revisions of "पुनरुत्थान कक्षा १"
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+ | == उद्योग == | ||
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+ | === रेखा बनाना === | ||
+ | * खड़ी-आड़ी, तिरछी, बिन्दु जोड़कर रेखा बनाएँ। (स्लेट और पुतिका में)। | ||
+ | * हाथ से, मापिका से, काल्पनिक रेखाएँ स्लेट या पुस्तिका में बनाना। | ||
+ | * गोलाकार, अर्धगोलाकार बनाना। ज्यामितित आकार (गोल, वर्ग, त्रिकोण, आयत) बनाकर रंग भरना। | ||
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+ | === काटना === | ||
+ | * हाथ से, कैची से, मापिका से, धागे से कागज की पट्टियाँ काटना, तोरण बनाना।। | ||
+ | * अकित रेखाओं के अनुसार काटना, कल्पना से काटना, झंडी बनाना। | ||
+ | * फल तथा सब्जियाँ काटना। (केला, गाज, लौकी आदि) | ||
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+ | === घड़ी काम === | ||
+ | * कागज मोड़ कर नाँव, झोपड़ी, कप-प्लेट बनाना। | ||
+ | * रूमाल की, आसन की घड़ी करना, समाचार-पत्र की रददी एक के ऊपर एक रखकर गड्डियाँ बनाना। | ||
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+ | === चिपकाना === | ||
+ | * बड़े पृष्ठ पर छोटा चित्र चिपकाएँ। | ||
+ | * समान ध्वनि वाले शब्दों की पुस्तिकाएँ में चित्र चिपकाएँ। | ||
+ | * कागज की पट्टियों को चिपकाकर तोरण बनाना।। | ||
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+ | === माटी काम === | ||
+ | * मिट्टी कूटना, छानना, भिगोना, गूंथना। | ||
+ | * मिट्टी से भिन्न-भिन्न आकार बनाना, मोती बनाना, खिलौने बनाना ईट बनाना। | ||
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+ | === प्रवृत्ति (पिरोना, सिलाई करना, टाँकना, गूंथना आदि) === | ||
+ | * भगवान के लिए फूल की, मोतियों की माला बनाना। | ||
+ | * अंकित रेखा पर टाँका लगाना। (कपड़े पर अथवा जट के थैले पर रेखाएँ अकित कर देना) | ||
+ | * कपास के फूल में से कपास अलग करना, कपास में से बीज निकालना धुनकना। | ||
+ | * धागे को गाँठ लगाना। | ||
+ | * सुई में धागा पिरोना। | ||
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+ | === प्रवृत्ति ( छीलना, मसलना, बुनना, मथना, हिलाना, निचोड़ना आदि) === | ||
+ | * आटा मसलना, गूंथना। | ||
+ | * धनिया, मेथी बीनना/तोड़ना। | ||
+ | * मूंगफली, मटर छीलना। | ||
+ | * छाछ मथना। | ||
+ | * नींबू निचोड़ना। | ||
+ | |||
+ | === कृषि === | ||
+ | * जमीन नरम बनाना। | ||
+ | * निंदाई-गुढ़ाई करना। | ||
+ | * पौधों को पानी देना। | ||
+ | * क्यारे की सफाई करना। | ||
+ | पौधे रोपना। पत्ते या फूल बीनना। | ||
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+ | == योग == | ||
+ | |||
+ | === श्वसन === | ||
+ | * दीर्घ श्वसन, भ्रामरी प्राणायाम - मुँह से श्वास लेना, बन्द करना। | ||
+ | * पूरा श्वास निकालना, श्वास भरना - श्वसन प्रक्रिया ठीक करना। | ||
+ | |||
+ | === शुद्धिक्रिया === | ||
+ | * हाथ-पैर धोना और पोंछना। | ||
+ | * दन्त धावन करना, कुल्ला करना, आँखे साफ करना। | ||
+ | |||
+ | === आचार, जप और कीर्तन === | ||
+ | * भोग लगाना, नमस्कार अथवा प्रणाम करना। | ||
+ | * चंदन घिसना और लेप तैयार करना। | ||
+ | * ताली बजाकर कीर्तन करना। | ||
+ | * ॐ कार का उच्चारण, मंत्र के साथ जपमाला फेरना। | ||
+ | * सरस्वती स्तोत्र। | ||
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+ | === आसन === | ||
+ | * वज्रासन, ताड़ासन, ध्रुवासन, पद्मासन। | ||
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+ | === ध्यान === | ||
+ | * स्थिर, शांत, आँखें बंद करके बैठना। | ||
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+ | === मुद्रा === | ||
+ | * ज्ञानमुद्रा, पुस्तकमुद्रा, नमस्कार मुद्रा | ||
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+ | === विद्यालय सेवा === | ||
+ | * कक्ष की सफाई, परिसर की स्वच्छता मैदान की सफाई। | ||
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+ | === वृक्ष सेवा === | ||
+ | * क्यारियाँ साफ करना, वृक्षों को पानी देना। | ||
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+ | === छात्र सेवा === | ||
+ | * पानी देना। | ||
+ | * विद्यार्थियों को मिठाई अथवा पुस्तकें देना। | ||
+ | |||
+ | === सदाचार === | ||
+ | * पंक्तिबद्ध रहना। | ||
+ | * सीधे (दाएँ) हाथ से भोजन करना, जूठन नहीं छोड़ना। | ||
+ | * पानी नहीं लुड़काना। . | ||
+ | * कार्य-पुस्तिका में से पृष्ठ नहीं फाड़ना। | ||
+ | |||
+ | === विशेष प्रवृत्ति === | ||
+ | * प्रभात फेरी। | ||
+ | '''टिप्पण''' - कम आयु / छोटी उम्र के बालकों को शिथिलीकरण न कराएं। | ||
+ | |||
+ | == भाषा == | ||
+ | |||
+ | === श्रवण (सुनना और समझना) === | ||
+ | * विविध प्रकार की ध्वनियों को सुनना। (पवन, जल, विभिन्न वस्तुओं की, प्राणि-पक्षियों की) | ||
+ | * समान ध्वनि वाले शब्द, बालगीत, मंत्र, श्लोक, स्तुति, स्तोत्र, सुनाना। | ||
+ | |||
+ | === कथन (बोलना और गाना) === | ||
+ | * विविध प्रकार की ध्वनि निकालना। (अभिनय सहित) | ||
+ | * मूलाक्षरों का शुद्ध उच्चारण करना। | ||
+ | * मूलाक्षरों से बने सरल शब्द, वाक्य बोलना। | ||
+ | * अनुप्रासात्मक, अनुसरणनात्मक शब्द बोलना। (उदा.) | ||
+ | * चित्र वर्णन करना, कहानी कथन, स्व- परिचय देना। | ||
+ | * किसी विषय पर वाक्य बोलना (उदा. - मेला, गाय, मोर, नदी, तालाब, घर की जानकारी) | ||
+ | * समध्वनि शब्द , बालगीत, मंत्र, श्लोक शुद्ध उच्चारण के साथ गाना। | ||
+ | |||
+ | === वाचन (जोर से पढ़ना, समझना) === | ||
+ | * मूलाक्षर, सरल शब्द, सरल वाक्यों का वाचन। | ||
+ | * समध्वनि शब्द,बालगीत पढ़ना। | ||
+ | * अनुवाचन करना। | ||
+ | * बड़े अक्षरों में लिखी हुई तख्तियाँ पढ़ना, दुकानों का नाम पढ़ना। | ||
+ | |||
+ | === लेखन === | ||
+ | * विविध प्रकार के आकार बनावाना। | ||
+ | * विविध प्रकार के मोड़ वाली आकृतियाँ बनवाना। | ||
+ | |||
+ | * दो रेखाओं वाली लेखन पुस्तिका में मूलाक्षर लेखन। | ||
+ | * अनुलेखन, सुलेखन, मूलाक्षर, सरल शब्दों का श्रुतलेख। | ||
+ | |||
+ | === शब्द पहेली, भाषा आधारित खेल (संदर्भ-भाषा खेल समूह-पेटी) === | ||
+ | * मूलाक्षर से शब्द बनाना। | ||
+ | * वाक्य बनाना। | ||
+ | * अक्षर शोध (शब्द में से) | ||
+ | * शब्द पहेली-वर्ग भरो | ||
+ | काव्यः संगीत भाग :9 की तरह | ||
+ | |||
+ | == संगीत == | ||
+ | |||
+ | === श्रवण === | ||
+ | * श्लोक, सुभाषितों का श्रवण। (रत्नमाला ध्वनिमुद्रिका) | ||
+ | * बालगीत, समध्वनि शब्दों का श्रवण। (शिशुगीत ध्वनि मुद्रिका) | ||
+ | * शौर्यगत, प्रकृति गीत, देशभक्ति गीत सुनना। ( भारत के गीत गाओ । ध्वनिमुद्रिका) | ||
+ | * भजन, स्तुति सुनना। (रेडियो पर टी.वी. पर, घर के बड़ों द्वारा गाए गए, विद्यालय । में आचार्यों द्वारा गाए गए) | ||
+ | |||
+ | === गायन === | ||
+ | * मंत्र, सूत्र, श्लोक, स्तोत्र का शुद्ध उच्चारण सहित छदबद्ध गायन। | ||
+ | * समध्वनि शब्द, पहेलियों, दोहों का मधुर स्वर में तालबद्ध गायन। | ||
+ | * गीत गायन (गणित, विज्ञान, प्रकृति आधारित गीत)। | ||
+ | * स्वर साधना, ॐ उच्चारण, "सा" स्वर की साधना। | ||
+ | * सरल अलंकारों का हार्मोनियम के साथ गायन। ( 1 से 5 अलंकार ) | ||
+ | * देश भक्ति गीत। | ||
+ | |||
+ | === वादन === | ||
+ | * अलग-अलग तालों में ताली बजाना, मँजीरा बजाना। | ||
+ | * धुन के साथ, गीत के साथ ताल में ताली बजाना. मँजीरा बजाना। | ||
+ | * संगीत के भिन्न-भिन्न वाद्यों का प्रायोगिक परिचय। | ||
+ | * भिन्न-भिन्न तालों के साथ ताल देना ( हाथ से. दाँडिया से चम्मच से आदि)। | ||
+ | |||
+ | === नर्तन === | ||
+ | * भिन्न-भिन्न प्राणियों, पक्षियों, प्राकृतिक तत्वों के अभिनया। | ||
+ | * शास्त्रीय नृत्य से संबंधित विविध मुद्राएँ। | ||
+ | * गीत के साथ अभिनया। | ||
+ | |||
+ | * मैदानी नृत्य: डंबल्स / योगचाप पकड़कर क्रम से साधिक क्रिया करना, सिखाना। | ||
+ | * कूचगीत | ||
+ | * शास्त्रीय नृत्य, गरबा आदि की दृश्यमुद्रिका (वी.सी.डी.) देखना। | ||
+ | |||
+ | === संगीत और संगीतकारों से संबंधित रसप्रद प्रेरक बातें करना === | ||
+ | '''संदर्भ :''' संगीत भाग-1 पुस्तिका | बालगीत माला सी.डी. भाग-1 | | ||
+ | == गणित == | ||
+ | |||
+ | === वस्तुओं द्वारा तुलनात्मक संकल्पना समझाना === | ||
+ | * लंबा-छोटा मोटा-दुबला, कम-अधिक, छोटा-बड़ा, गहरा-उथला। | ||
+ | |||
+ | === संख्याज्ञान === | ||
+ | * 1 से 100 तक (मौखिक, लिखित)। - 100 से 1 तक (मौखिक) उल्टी गिनती। | ||
+ | * 1 से 50 तक छोटी-बड़ी, आगे-पीछे-बीच की संख्या का पता लगाना। 1 से 50 तक अंको में; और शब्दों में लिखवाना। | ||
+ | * 1 से 10 तक पहाड़े मौखिक। - 1 से 50 तक आधे के पहाड़े। | ||
+ | * 1 से 100 तक संख्या का श्रुतलेखन, कोई भी पहाडे पूछना। | ||
+ | |||
+ | === गिनना === | ||
+ | * वस्तुओं द्वारा संख्या गिनना। | ||
+ | * जोड़ : 1 से 50 तक मौखिक और लिखित (विना हासिल वाले)। | ||
+ | * घटाव : 1 से 50 तक मौखिक और लिखित (इकाई वाले)। | ||
+ | |||
+ | === कालगणना === | ||
+ | * दिनों के नाम (मौखिक-लिखित) (रविवार से शनिवार)। | ||
+ | * महीनों के नाम (मौखिक-लिखित) (चैत्र से फाल्गुन तक)। | ||
+ | * जनवरी से दिसम्बर तक बुलवाना। | ||
+ | |||
+ | === ज्यामितिय आकार बनाना ( हाथ से , बिंदु जोड़कर) === | ||
+ | * गोलाकार, वर्गाकार, आयताकार, त्रिकोण। | ||
+ | |||
+ | === वैदिक गणित === | ||
+ | * एकाधिकेन पूर्वेण। | ||
+ | * एकन्यूनेन पूर्वेण। | ||
+ | * परम मित्र। | ||
+ | विज्ञानं | ||
+ | |||
+ | === पदार्थ विज्ञान === | ||
+ | * चक्र (पहिए) का कार्य और उपयोग (प्रयोग द्वारा)। | ||
+ | * ठंडे-गरम की तुलना (बर्फ-सादा पानी, गरम और अधिक गरम पानी)। जल्दी-धीरे की तुलना। | ||
+ | |||
+ | === खगोल विज्ञान === | ||
+ | * आकाश में स्थित (सूर्य, चंद्र, तारा) पदार्थों का परिचय। | ||
+ | * रात-दिन, सुबह-दोपहर-सांझ क्यों होती है? उसको समझाना। | ||
+ | * धूप और छाया का निरीक्षण। | ||
+ | |||
+ | === भूगोल === | ||
+ | * दिशाओं और कोणों के नाम। | ||
+ | * गाँव में स्थिति मुख्य भौगोलिक स्थल; उदा.- तालाब, नदी, मंदिर, पर्वत, टेकरी, | ||
+ | * बगीचा, रास्ता, दर्शनीय स्थल, बैंक, अस्पताल आदि। | ||
+ | |||
+ | === रसायन शास्त्र === | ||
+ | * हल्दी-साबुन का प्रयोग। | ||
+ | * नींबू-सोडे का प्रयोग। | ||
+ | * पीतल के बर्तनों पर नींबू घिसना। | ||
+ | * मैले कपड़ों पर साबुन घिसना। | ||
+ | |||
+ | === वनस्पति विज्ञान === | ||
+ | * विविध वनस्पतियों-वृक्षों का नाम। | ||
+ | * बीज उगने की प्रक्रिया का निरीक्षण। | ||
+ | * विविध अनाज, साबुत दालें, तेलयुक्त बीज (तिल आदि), फूल, भिन्न-भिन्न। | ||
+ | * सब्जियों का परिचय। | ||
+ | |||
+ | === प्राणि विज्ञान === | ||
+ | * पालतू-जंगली प्राणियों का परिचय। | ||
+ | * जलचर नभचर, उभयचर, स्थलचर प्राणियों का परिचय। | ||
+ | |||
+ | === वैज्ञानिकों के चित्र पहचानना === | ||
+ | * उदा.-चरक, आर्यभट्ट। | ||
+ | |||
+ | === वर्गीकरण करना === | ||
+ | * अनाज, फल-फूल, सब्जियाँ, पत्तेदार सब्जियाँ, साबुत दालें, रंगीन मोती, प्राणियों का वर्गीकरण करना। | ||
+ | |||
+ | === वार्ता कथन === | ||
+ | * विज्ञान की घटना के अनुरूप वार्ता कथन; उदा- बरसात, वृक्ष की कथा)। | ||
+ | |||
+ | == संस्कृत == | ||
+ | |||
+ | === पूर्वजों का परिचय === | ||
+ | * रामायण, महाभारत के पात्रों के जीवन प्रसंग (चित्र दिखाना)। | ||
+ | (राम, हनुमान, कृष्ण, भीम, अर्जुन...... हम सब उनके संतान हैं।) | ||
+ | |||
+ | वीर बालकों की प्रेरक कहानियाँ (चित्र दिखाना)। | ||
+ | |||
+ | (लव-कुश, ध्रुव प्रह्लाद.... हम सब उनके भाई-बहन हैं) | ||
+ | * भूतकाल में आस-पास के क्षेत्रों में घटी हुई स्थानीय पात्रों की कथाएँँ (चित्र दिखाना) | ||
+ | (संत मेकरण, श्यामजी कृष्णवर्मा ......... हम सब उनके प्रदेश से हैं) | ||
+ | |||
+ | === भारत गौरव === | ||
+ | * पुण्यभूमि भारत का (अखंड भारत का) और भारत माता का मानचित्र दिखाना। | ||
+ | * भाषा, कला, संगीत, विज्ञान के क्षेत्र में भारत की श्रेष्ठता दर्शाती कथाएँँ सुनाना। | ||
+ | * वर्तमान भारत की महत्त्वपूर्ण सिद्धिओं से अवगत कराएँ। | ||
+ | |||
+ | === प्रकृति माता और पर्यावरण सुरक्षा === | ||
+ | * प्रकृति के तत्वों की पहचान करवाना। (सूर्य, चंद्र, तारा, धरती, वृक्ष, नदियाँ, पर्वत, प्राणि, पक्षी ........) | ||
+ | * हमारे सुखी-समृद्ध जीवन के लिए प्रकृति में से कौन-कौन हमें क्या-क्या देते हैं? | ||
+ | * पानी पीते समय कम से कम गिराएँ, प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग न करें। | ||
+ | * कचरा कचरा-पेटी में ही डालें। आस-पास पड़ा हुआ कचरा भी उठाकर कचरा-पेटी में डालें। | ||
+ | * तुलसी का पौधा रोपना और उसे बड़ा होने देना। | ||
+ | |||
+ | === उत्सव एवं पर्व === | ||
+ | * समाज में स्वयंभू मनाए जाने वाले त्योहार जब-जब आएँ, तब-तब कुछ दिन पहले उसकी चर्चा करना। किसी विद्यालय में उत्सव मनाएँ । (रामनवमो. जन्माष्टमी, होली, नवरात्रि, रक्षाबंधन ...........) | ||
+ | * त्योहार कौन-से दिन आ रहा है, और उसे मनाने की सच्ची रीति। | ||
+ | * उसका ऐतिहासिक महत्त्व और उसमें निहित विज्ञान। | ||
+ | * जन्मदिनोत्सव मनाना। (धार्मिक परंपरा से) | ||
+ | |||
+ | === दान, सेवा और ऐकात्मकता === | ||
+ | * कुत्ते को, बिल्ली को, कबूतर को, गाय को खिलाना, उसे प्रेम करना। | ||
+ | * शुभ दिवस पर दूसरों को कुछ न कुछ देना। | ||
+ | * स्वयं का अल्पाहार दूसरों को देना। | ||
+ | * विद्यालय में माले साफ करना, आसन विछाना-उठाना। | ||
+ | * हर दिन सुबह तैयार होकर भगवान को, माता-पिता को प्रणाम करना। | ||
+ | * स्वयं के दादा-दादी के विषय में जानना। | ||
+ | * घर में हर दिन एक काम करना। (झाडू से कचरा निकालना, थालियाँ माँजना आदि।) | ||
+ | |||
+ | == शारीरिक शिक्षण == | ||
+ | |||
+ | === शरीर की भिन्न-भिन्न स्थितियाँ (बैठना, उठना,खड़े रहना, चलना, साना...) === | ||
+ | * पालथी लगाकर सीधे बैठना। ( लंबे समय तक सहजता से सीधे बैठने का अभ्यास) | ||
+ | * दक्ष में खड़े रहना, आराम में खड़े रहना, स्थिर खड़े रहना। (खेल-मूर्ति) | ||
+ | * उत्तिष्ठ, उपविश का अभ्यास। | ||
+ | * हाथी बनकर दौड़ना, कुत्ते की तरह चार पैरों वाला बनकर भौंकना। | ||
+ | * सिर पर थाली रखकर एकाग्रता से चलना। | ||
+ | * सीधे दौड़ना, उल्टा दौड़ना, पंजों पर चलना। | ||
+ | * सीधे सोना ( घुटनों को मोड़कर न सोना). सिर पर ओढ़कर न सोना। | ||
+ | * एक तरफ मुड़कर धीरे से उठना, हँसते-हँसते उठना। | ||
+ | |||
+ | === ज्ञानेन्द्रियों और कर्मेन्द्रियों का विकास और शरीर परिचय === | ||
+ | * आँख, कान और नाक स्वच्छ रखना। | ||
+ | * हर दिन दाँत साफ करना, जीभ साफ करना, स्नान करना। | ||
+ | * क्रीड़ा : कंगारू बनकर दो पैरों पर करते हुए आगे जाना, (रंग, गंध, स्पर्श) से संगधित खेल, शब्द-पहेली, दंड-खेंच, फूटबॉल, बाधा-दौड़, समूह दौड़, लंबी-कूद........... आदि) | ||
+ | # शरीर में स्थित अंगों के नाम और काम। | ||
+ | # मैं भोजन करता हूँ. उसके बाद क्या होता है? (पाचन क्रिया)। | ||
+ | |||
+ | === आहार-विहार === | ||
+ | * भिन्न-भिन्न फलों के नाम, उनका स्वाद, वे कौन-सी ऋतु में प्राप्त होते हैं। | ||
+ | * भिन्न-भिन्न सब्जियों के नाम, उनका स्वाद, किस ऋतु में कौन-सी सब्जी मिलती है। | ||
+ | * भिन्न-भिन्न अनाज, साबुत दालों के नाम, इनसे क्या-क्या बना सकते हैं? | ||
+ | * ताजा आहार अर्थात् क्या? ताजे आहार का ही सेवन क्यों करना चाहिए? | ||
+ | |||
+ | * विद्यार्थियों का अल्पाहार नियमित देखें, शांति से चबा-चबाकर खाना चाहिए । ऐसा ध्यान दें। | ||
+ | * नीचे पालथी लगाकर बैठकर भोजन करना। भोजन-मंत्र बोलने पर ही खाना प्रारंभ करें। | ||
+ | * कैसे कपड़े पहनने पर कैसा अनुभव होता है? | ||
+ | * शरीर में स्थित जोड़ो की हल्की कसरतें। | ||
+ | * प्रात: भगवान का नाम लेकर उठना। रात्रि में भगवान का नाम लेकर सोना। | ||
+ | |||
==References== | ==References== | ||
− | <references /> | + | <references /> |
− | [[Category: | + | # धार्मिक शिक्षा : पुनरुत्थान कक्षानुसार पाठ्यक्रम - कक्षा १, प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे |
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Latest revision as of 22:30, 12 December 2020
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उद्योग
रेखा बनाना
- खड़ी-आड़ी, तिरछी, बिन्दु जोड़कर रेखा बनाएँ। (स्लेट और पुतिका में)।
- हाथ से, मापिका से, काल्पनिक रेखाएँ स्लेट या पुस्तिका में बनाना।
- गोलाकार, अर्धगोलाकार बनाना। ज्यामितित आकार (गोल, वर्ग, त्रिकोण, आयत) बनाकर रंग भरना।
काटना
- हाथ से, कैची से, मापिका से, धागे से कागज की पट्टियाँ काटना, तोरण बनाना।।
- अकित रेखाओं के अनुसार काटना, कल्पना से काटना, झंडी बनाना।
- फल तथा सब्जियाँ काटना। (केला, गाज, लौकी आदि)
घड़ी काम
- कागज मोड़ कर नाँव, झोपड़ी, कप-प्लेट बनाना।
- रूमाल की, आसन की घड़ी करना, समाचार-पत्र की रददी एक के ऊपर एक रखकर गड्डियाँ बनाना।
चिपकाना
- बड़े पृष्ठ पर छोटा चित्र चिपकाएँ।
- समान ध्वनि वाले शब्दों की पुस्तिकाएँ में चित्र चिपकाएँ।
- कागज की पट्टियों को चिपकाकर तोरण बनाना।।
माटी काम
- मिट्टी कूटना, छानना, भिगोना, गूंथना।
- मिट्टी से भिन्न-भिन्न आकार बनाना, मोती बनाना, खिलौने बनाना ईट बनाना।
प्रवृत्ति (पिरोना, सिलाई करना, टाँकना, गूंथना आदि)
- भगवान के लिए फूल की, मोतियों की माला बनाना।
- अंकित रेखा पर टाँका लगाना। (कपड़े पर अथवा जट के थैले पर रेखाएँ अकित कर देना)
- कपास के फूल में से कपास अलग करना, कपास में से बीज निकालना धुनकना।
- धागे को गाँठ लगाना।
- सुई में धागा पिरोना।
प्रवृत्ति ( छीलना, मसलना, बुनना, मथना, हिलाना, निचोड़ना आदि)
- आटा मसलना, गूंथना।
- धनिया, मेथी बीनना/तोड़ना।
- मूंगफली, मटर छीलना।
- छाछ मथना।
- नींबू निचोड़ना।
कृषि
- जमीन नरम बनाना।
- निंदाई-गुढ़ाई करना।
- पौधों को पानी देना।
- क्यारे की सफाई करना।
पौधे रोपना। पत्ते या फूल बीनना।
योग
श्वसन
- दीर्घ श्वसन, भ्रामरी प्राणायाम - मुँह से श्वास लेना, बन्द करना।
- पूरा श्वास निकालना, श्वास भरना - श्वसन प्रक्रिया ठीक करना।
शुद्धिक्रिया
- हाथ-पैर धोना और पोंछना।
- दन्त धावन करना, कुल्ला करना, आँखे साफ करना।
आचार, जप और कीर्तन
- भोग लगाना, नमस्कार अथवा प्रणाम करना।
- चंदन घिसना और लेप तैयार करना।
- ताली बजाकर कीर्तन करना।
- ॐ कार का उच्चारण, मंत्र के साथ जपमाला फेरना।
- सरस्वती स्तोत्र।
आसन
- वज्रासन, ताड़ासन, ध्रुवासन, पद्मासन।
ध्यान
- स्थिर, शांत, आँखें बंद करके बैठना।
मुद्रा
- ज्ञानमुद्रा, पुस्तकमुद्रा, नमस्कार मुद्रा
विद्यालय सेवा
- कक्ष की सफाई, परिसर की स्वच्छता मैदान की सफाई।
वृक्ष सेवा
- क्यारियाँ साफ करना, वृक्षों को पानी देना।
छात्र सेवा
- पानी देना।
- विद्यार्थियों को मिठाई अथवा पुस्तकें देना।
सदाचार
- पंक्तिबद्ध रहना।
- सीधे (दाएँ) हाथ से भोजन करना, जूठन नहीं छोड़ना।
- पानी नहीं लुड़काना। .
- कार्य-पुस्तिका में से पृष्ठ नहीं फाड़ना।
विशेष प्रवृत्ति
- प्रभात फेरी।
टिप्पण - कम आयु / छोटी उम्र के बालकों को शिथिलीकरण न कराएं।
भाषा
श्रवण (सुनना और समझना)
- विविध प्रकार की ध्वनियों को सुनना। (पवन, जल, विभिन्न वस्तुओं की, प्राणि-पक्षियों की)
- समान ध्वनि वाले शब्द, बालगीत, मंत्र, श्लोक, स्तुति, स्तोत्र, सुनाना।
कथन (बोलना और गाना)
- विविध प्रकार की ध्वनि निकालना। (अभिनय सहित)
- मूलाक्षरों का शुद्ध उच्चारण करना।
- मूलाक्षरों से बने सरल शब्द, वाक्य बोलना।
- अनुप्रासात्मक, अनुसरणनात्मक शब्द बोलना। (उदा.)
- चित्र वर्णन करना, कहानी कथन, स्व- परिचय देना।
- किसी विषय पर वाक्य बोलना (उदा. - मेला, गाय, मोर, नदी, तालाब, घर की जानकारी)
- समध्वनि शब्द , बालगीत, मंत्र, श्लोक शुद्ध उच्चारण के साथ गाना।
वाचन (जोर से पढ़ना, समझना)
- मूलाक्षर, सरल शब्द, सरल वाक्यों का वाचन।
- समध्वनि शब्द,बालगीत पढ़ना।
- अनुवाचन करना।
- बड़े अक्षरों में लिखी हुई तख्तियाँ पढ़ना, दुकानों का नाम पढ़ना।
लेखन
- विविध प्रकार के आकार बनावाना।
- विविध प्रकार के मोड़ वाली आकृतियाँ बनवाना।
- दो रेखाओं वाली लेखन पुस्तिका में मूलाक्षर लेखन।
- अनुलेखन, सुलेखन, मूलाक्षर, सरल शब्दों का श्रुतलेख।
शब्द पहेली, भाषा आधारित खेल (संदर्भ-भाषा खेल समूह-पेटी)
- मूलाक्षर से शब्द बनाना।
- वाक्य बनाना।
- अक्षर शोध (शब्द में से)
- शब्द पहेली-वर्ग भरो
काव्यः संगीत भाग :9 की तरह
संगीत
श्रवण
- श्लोक, सुभाषितों का श्रवण। (रत्नमाला ध्वनिमुद्रिका)
- बालगीत, समध्वनि शब्दों का श्रवण। (शिशुगीत ध्वनि मुद्रिका)
- शौर्यगत, प्रकृति गीत, देशभक्ति गीत सुनना। ( भारत के गीत गाओ । ध्वनिमुद्रिका)
- भजन, स्तुति सुनना। (रेडियो पर टी.वी. पर, घर के बड़ों द्वारा गाए गए, विद्यालय । में आचार्यों द्वारा गाए गए)
गायन
- मंत्र, सूत्र, श्लोक, स्तोत्र का शुद्ध उच्चारण सहित छदबद्ध गायन।
- समध्वनि शब्द, पहेलियों, दोहों का मधुर स्वर में तालबद्ध गायन।
- गीत गायन (गणित, विज्ञान, प्रकृति आधारित गीत)।
- स्वर साधना, ॐ उच्चारण, "सा" स्वर की साधना।
- सरल अलंकारों का हार्मोनियम के साथ गायन। ( 1 से 5 अलंकार )
- देश भक्ति गीत।
वादन
- अलग-अलग तालों में ताली बजाना, मँजीरा बजाना।
- धुन के साथ, गीत के साथ ताल में ताली बजाना. मँजीरा बजाना।
- संगीत के भिन्न-भिन्न वाद्यों का प्रायोगिक परिचय।
- भिन्न-भिन्न तालों के साथ ताल देना ( हाथ से. दाँडिया से चम्मच से आदि)।
नर्तन
- भिन्न-भिन्न प्राणियों, पक्षियों, प्राकृतिक तत्वों के अभिनया।
- शास्त्रीय नृत्य से संबंधित विविध मुद्राएँ।
- गीत के साथ अभिनया।
- मैदानी नृत्य: डंबल्स / योगचाप पकड़कर क्रम से साधिक क्रिया करना, सिखाना।
- कूचगीत
- शास्त्रीय नृत्य, गरबा आदि की दृश्यमुद्रिका (वी.सी.डी.) देखना।
संगीत और संगीतकारों से संबंधित रसप्रद प्रेरक बातें करना
संदर्भ : संगीत भाग-1 पुस्तिका | बालगीत माला सी.डी. भाग-1 |
गणित
वस्तुओं द्वारा तुलनात्मक संकल्पना समझाना
- लंबा-छोटा मोटा-दुबला, कम-अधिक, छोटा-बड़ा, गहरा-उथला।
संख्याज्ञान
- 1 से 100 तक (मौखिक, लिखित)। - 100 से 1 तक (मौखिक) उल्टी गिनती।
- 1 से 50 तक छोटी-बड़ी, आगे-पीछे-बीच की संख्या का पता लगाना। 1 से 50 तक अंको में; और शब्दों में लिखवाना।
- 1 से 10 तक पहाड़े मौखिक। - 1 से 50 तक आधे के पहाड़े।
- 1 से 100 तक संख्या का श्रुतलेखन, कोई भी पहाडे पूछना।
गिनना
- वस्तुओं द्वारा संख्या गिनना।
- जोड़ : 1 से 50 तक मौखिक और लिखित (विना हासिल वाले)।
- घटाव : 1 से 50 तक मौखिक और लिखित (इकाई वाले)।
कालगणना
- दिनों के नाम (मौखिक-लिखित) (रविवार से शनिवार)।
- महीनों के नाम (मौखिक-लिखित) (चैत्र से फाल्गुन तक)।
- जनवरी से दिसम्बर तक बुलवाना।
ज्यामितिय आकार बनाना ( हाथ से , बिंदु जोड़कर)
- गोलाकार, वर्गाकार, आयताकार, त्रिकोण।
वैदिक गणित
- एकाधिकेन पूर्वेण।
- एकन्यूनेन पूर्वेण।
- परम मित्र।
विज्ञानं
पदार्थ विज्ञान
- चक्र (पहिए) का कार्य और उपयोग (प्रयोग द्वारा)।
- ठंडे-गरम की तुलना (बर्फ-सादा पानी, गरम और अधिक गरम पानी)। जल्दी-धीरे की तुलना।
खगोल विज्ञान
- आकाश में स्थित (सूर्य, चंद्र, तारा) पदार्थों का परिचय।
- रात-दिन, सुबह-दोपहर-सांझ क्यों होती है? उसको समझाना।
- धूप और छाया का निरीक्षण।
भूगोल
- दिशाओं और कोणों के नाम।
- गाँव में स्थिति मुख्य भौगोलिक स्थल; उदा.- तालाब, नदी, मंदिर, पर्वत, टेकरी,
- बगीचा, रास्ता, दर्शनीय स्थल, बैंक, अस्पताल आदि।
रसायन शास्त्र
- हल्दी-साबुन का प्रयोग।
- नींबू-सोडे का प्रयोग।
- पीतल के बर्तनों पर नींबू घिसना।
- मैले कपड़ों पर साबुन घिसना।
वनस्पति विज्ञान
- विविध वनस्पतियों-वृक्षों का नाम।
- बीज उगने की प्रक्रिया का निरीक्षण।
- विविध अनाज, साबुत दालें, तेलयुक्त बीज (तिल आदि), फूल, भिन्न-भिन्न।
- सब्जियों का परिचय।
प्राणि विज्ञान
- पालतू-जंगली प्राणियों का परिचय।
- जलचर नभचर, उभयचर, स्थलचर प्राणियों का परिचय।
वैज्ञानिकों के चित्र पहचानना
- उदा.-चरक, आर्यभट्ट।
वर्गीकरण करना
- अनाज, फल-फूल, सब्जियाँ, पत्तेदार सब्जियाँ, साबुत दालें, रंगीन मोती, प्राणियों का वर्गीकरण करना।
वार्ता कथन
- विज्ञान की घटना के अनुरूप वार्ता कथन; उदा- बरसात, वृक्ष की कथा)।
संस्कृत
पूर्वजों का परिचय
- रामायण, महाभारत के पात्रों के जीवन प्रसंग (चित्र दिखाना)।
(राम, हनुमान, कृष्ण, भीम, अर्जुन...... हम सब उनके संतान हैं।)
वीर बालकों की प्रेरक कहानियाँ (चित्र दिखाना)।
(लव-कुश, ध्रुव प्रह्लाद.... हम सब उनके भाई-बहन हैं)
- भूतकाल में आस-पास के क्षेत्रों में घटी हुई स्थानीय पात्रों की कथाएँँ (चित्र दिखाना)
(संत मेकरण, श्यामजी कृष्णवर्मा ......... हम सब उनके प्रदेश से हैं)
भारत गौरव
- पुण्यभूमि भारत का (अखंड भारत का) और भारत माता का मानचित्र दिखाना।
- भाषा, कला, संगीत, विज्ञान के क्षेत्र में भारत की श्रेष्ठता दर्शाती कथाएँँ सुनाना।
- वर्तमान भारत की महत्त्वपूर्ण सिद्धिओं से अवगत कराएँ।
प्रकृति माता और पर्यावरण सुरक्षा
- प्रकृति के तत्वों की पहचान करवाना। (सूर्य, चंद्र, तारा, धरती, वृक्ष, नदियाँ, पर्वत, प्राणि, पक्षी ........)
- हमारे सुखी-समृद्ध जीवन के लिए प्रकृति में से कौन-कौन हमें क्या-क्या देते हैं?
- पानी पीते समय कम से कम गिराएँ, प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग न करें।
- कचरा कचरा-पेटी में ही डालें। आस-पास पड़ा हुआ कचरा भी उठाकर कचरा-पेटी में डालें।
- तुलसी का पौधा रोपना और उसे बड़ा होने देना।
उत्सव एवं पर्व
- समाज में स्वयंभू मनाए जाने वाले त्योहार जब-जब आएँ, तब-तब कुछ दिन पहले उसकी चर्चा करना। किसी विद्यालय में उत्सव मनाएँ । (रामनवमो. जन्माष्टमी, होली, नवरात्रि, रक्षाबंधन ...........)
- त्योहार कौन-से दिन आ रहा है, और उसे मनाने की सच्ची रीति।
- उसका ऐतिहासिक महत्त्व और उसमें निहित विज्ञान।
- जन्मदिनोत्सव मनाना। (धार्मिक परंपरा से)
दान, सेवा और ऐकात्मकता
- कुत्ते को, बिल्ली को, कबूतर को, गाय को खिलाना, उसे प्रेम करना।
- शुभ दिवस पर दूसरों को कुछ न कुछ देना।
- स्वयं का अल्पाहार दूसरों को देना।
- विद्यालय में माले साफ करना, आसन विछाना-उठाना।
- हर दिन सुबह तैयार होकर भगवान को, माता-पिता को प्रणाम करना।
- स्वयं के दादा-दादी के विषय में जानना।
- घर में हर दिन एक काम करना। (झाडू से कचरा निकालना, थालियाँ माँजना आदि।)
शारीरिक शिक्षण
शरीर की भिन्न-भिन्न स्थितियाँ (बैठना, उठना,खड़े रहना, चलना, साना...)
- पालथी लगाकर सीधे बैठना। ( लंबे समय तक सहजता से सीधे बैठने का अभ्यास)
- दक्ष में खड़े रहना, आराम में खड़े रहना, स्थिर खड़े रहना। (खेल-मूर्ति)
- उत्तिष्ठ, उपविश का अभ्यास।
- हाथी बनकर दौड़ना, कुत्ते की तरह चार पैरों वाला बनकर भौंकना।
- सिर पर थाली रखकर एकाग्रता से चलना।
- सीधे दौड़ना, उल्टा दौड़ना, पंजों पर चलना।
- सीधे सोना ( घुटनों को मोड़कर न सोना). सिर पर ओढ़कर न सोना।
- एक तरफ मुड़कर धीरे से उठना, हँसते-हँसते उठना।
ज्ञानेन्द्रियों और कर्मेन्द्रियों का विकास और शरीर परिचय
- आँख, कान और नाक स्वच्छ रखना।
- हर दिन दाँत साफ करना, जीभ साफ करना, स्नान करना।
- क्रीड़ा : कंगारू बनकर दो पैरों पर करते हुए आगे जाना, (रंग, गंध, स्पर्श) से संगधित खेल, शब्द-पहेली, दंड-खेंच, फूटबॉल, बाधा-दौड़, समूह दौड़, लंबी-कूद........... आदि)
- शरीर में स्थित अंगों के नाम और काम।
- मैं भोजन करता हूँ. उसके बाद क्या होता है? (पाचन क्रिया)।
आहार-विहार
- भिन्न-भिन्न फलों के नाम, उनका स्वाद, वे कौन-सी ऋतु में प्राप्त होते हैं।
- भिन्न-भिन्न सब्जियों के नाम, उनका स्वाद, किस ऋतु में कौन-सी सब्जी मिलती है।
- भिन्न-भिन्न अनाज, साबुत दालों के नाम, इनसे क्या-क्या बना सकते हैं?
- ताजा आहार अर्थात् क्या? ताजे आहार का ही सेवन क्यों करना चाहिए?
- विद्यार्थियों का अल्पाहार नियमित देखें, शांति से चबा-चबाकर खाना चाहिए । ऐसा ध्यान दें।
- नीचे पालथी लगाकर बैठकर भोजन करना। भोजन-मंत्र बोलने पर ही खाना प्रारंभ करें।
- कैसे कपड़े पहनने पर कैसा अनुभव होता है?
- शरीर में स्थित जोड़ो की हल्की कसरतें।
- प्रात: भगवान का नाम लेकर उठना। रात्रि में भगवान का नाम लेकर सोना।
References
- धार्मिक शिक्षा : पुनरुत्थान कक्षानुसार पाठ्यक्रम - कक्षा १, प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे