Difference between revisions of "Vastu Shastra (वास्तु शास्त्र)"
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Revision as of 22:38, 1 January 2023
वैदिक वांगमय में वास्तु का सामान्य अर्थ गृह या भवन है। विशेष अर्थ-गृह निर्माण हेतु उपयुक्त भूखण्ड।
परिचय
परिभाषा
वास्तु शब्द की व्युत्पत्ति वस् निवासे- एक स्थान में वास करने की द्योतक, धातु से निष्पन्न होता है। वास्तु का व्युत्पत्तिलभ्य अर्थ है-
वसन्त्यस्मिन्निति वास्तुः।
अर्थ- वह भवन जिसमें निवास करते हैं, उसे वास्तु कहते हैं।
वास्तुशास्त्र के प्रवर्तक आचार्य
वास्तुशास्त्र की शास्त्रीय परम्परा की प्राचीनता विभिन्न प्राचीन पौराणिक ग्रन्थों में संकलित वास्तु शास्त्र उपदेशकों का नाम प्राप्त होते हैं। मत्स्यपुराण के अनुसार वास्तुशास्त्र के प्रवर्तक अट्ठारह आचार्यों का नामोल्लेख प्राप्त होता है-