विद्वांसः क्षत्रिया वैश्या ब्राह्मणाश्च बहुश्रुताः। दण्डनीतौ तु निष्पन्ना मन्त्रिणः पृथिवीपते।। 12.68.15 (69)<ref name=":4" /> | विद्वांसः क्षत्रिया वैश्या ब्राह्मणाश्च बहुश्रुताः। दण्डनीतौ तु निष्पन्ना मन्त्रिणः पृथिवीपते।। 12.68.15 (69)<ref name=":4" /> |