Difference between revisions of "शारीरिक शिक्षा के आयाम - कुश्ती"
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हनुमान दाव :- यह दाव सबसे महत्वपूर्ण और सफल दाव है इसमे सकती से अधिक युक्ति का उपयोग होता है इस दाव से साधारण व्यक्ति भी बड़े बड़े पहलवान को चित कर सकता है | | हनुमान दाव :- यह दाव सबसे महत्वपूर्ण और सफल दाव है इसमे सकती से अधिक युक्ति का उपयोग होता है इस दाव से साधारण व्यक्ति भी बड़े बड़े पहलवान को चित कर सकता है | | ||
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Revision as of 14:28, 29 July 2021
कुश्ती यह भारत की मुख्य पहचान है | कुश्ती यह भारत के सभी राज्यों में खेले अलग अलग प्रकार से या नामो द्वारा खेले जाने वाला खेल है परन्तु इससे इसके कारण शारीर बलवान कठोर एवं ताकतवर बनता था | परन्तु आजके आलस्य जीवन ने उसे पूरी तरह से समाप्त कर दिया है | आज के परिवेश में अखाड़ो एवं कसरतो के स्थान पर पाश्चात्य जीवन शैली ने बदलकर जीम और एक्सरसाइज ने ले लिया हुई | पहले का शरीर सर्वदा एक सामान दीखता था और आयु भी लम्बी रहती थी परन्तु आज पाश्चात्य मशीनों एवं बंद जगह पर -शीत मशीनों के निचे हम व्यायाम करते है और शारीर बनाने के लिए दवावो का उपयोग करते है जिससे आयु भी कम होने लगी है |
कुश्ती के प्रकार
कुश्ती के सामान्यतः चार प्रकार है | १) भीमसेन कुश्ती २) हनुमान कुश्ती ३) जाम्बुवंती कुश्ती ४) जरासंधी कुश्ती
भीमसेन कुश्ती
भीमसेन कुस्ती में सभी दाव शक्ति के आधार पर होता है |
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हनुमान कुश्ती
हनुमान दाव :- यह दाव सबसे महत्वपूर्ण और सफल दाव है इसमे सकती से अधिक युक्ति का उपयोग होता है इस दाव से साधारण व्यक्ति भी बड़े बड़े पहलवान को चित कर सकता है |
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