Difference between revisions of "वैश्विक आर्थिक असमानता"

From Dharmawiki
Jump to navigation Jump to search
m (Text replacement - "फिर भी" to "तथापि")
 
(8 intermediate revisions by 3 users not shown)
Line 1: Line 1:
 +
{{ToBeEdited}}
 +
__NOINDEX__
 
{{One source}}
 
{{One source}}
  
Line 4: Line 6:
 
वैश्विक असमानता पर नजर रखना शोधकर्ताओं के लिए विभिन्न प्रकार की सांख्यिकीय चुनौतियों की स्थिति पेदा करता हैं। अलग-अलग देशों, शुरुआत के लिए, अलग-अलग तरीकों से आय और धन की गणना करते हैं।लेकिन दुनिया भर में शोधकर्ताओं इन चुनौतियों पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, हम अपने शोध से कुछ महत्वपूर्ण निष्कर्षों को नीचे प्रदर्शित कर रहे हैं।
 
वैश्विक असमानता पर नजर रखना शोधकर्ताओं के लिए विभिन्न प्रकार की सांख्यिकीय चुनौतियों की स्थिति पेदा करता हैं। अलग-अलग देशों, शुरुआत के लिए, अलग-अलग तरीकों से आय और धन की गणना करते हैं।लेकिन दुनिया भर में शोधकर्ताओं इन चुनौतियों पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, हम अपने शोध से कुछ महत्वपूर्ण निष्कर्षों को नीचे प्रदर्शित कर रहे हैं।
 
[[File:Capture५६ .png|none|thumb|444x444px]]
 
[[File:Capture५६ .png|none|thumb|444x444px]]
वैश्विक जनसंख्या का हिस्सा गरीब के रूप में परिभाषित किया गया है - जो प्रतिदिन २ से कम कमाते हैं । - २००१ के बाद से लगभग आधे से १५ प्रतिशत तक गए हैं।कुल मिलाकर, दुनिया सहस्राब्दी की तुलना में अमीर हो गई है, विशेष रूप से, १० और २० प्रति दिन के बीच मध्य-आय वाले लोगों की वैश्विक उपस्थिति लगभग दोगुनी होकर ७ से १३ प्रतिशत हो गई है।
+
वैश्विक जनसंख्या का हिस्सा गरीब के रूप में परिभाषित किया गया है - जो प्रतिदिन २ से कम कमाते हैं । - २००१ के बाद से लगभग आधे से १५ प्रतिशत तक गए हैं।कुल मिलाकर, दुनिया सहस्राब्दी की तुलना में अमीर हो गई है, विशेष रूप से, १० और २० प्रति दिन के मध्य मध्य-आय वाले लोगोंं की वैश्विक उपस्थिति लगभग दोगुनी होकर ७ से १३ प्रतिशत हो गई है।
 
[[File:Capture५७ .png|none|thumb|560x560px]]
 
[[File:Capture५७ .png|none|thumb|560x560px]]
 
दुनिया के लगभग तीन-चौथाई व्यक्ति संपत्ति में १०,००० डॉलर से कम के नीचे हैं। दुनिया के इस ७१ प्रतिशत हिस्से में वैश्विक संपत्ति का केवल ३ प्रतिशत हिस्सा है।दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों, जिनकी मिलकत में १००,००० डॉलर से अधिक संपत्ति है, कुल वैश्विक आबादी का केवल ८.१ प्रतिशत है, लेकिन वैश्विक धन का ८४.६ प्रतिशत है।
 
दुनिया के लगभग तीन-चौथाई व्यक्ति संपत्ति में १०,००० डॉलर से कम के नीचे हैं। दुनिया के इस ७१ प्रतिशत हिस्से में वैश्विक संपत्ति का केवल ३ प्रतिशत हिस्सा है।दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों, जिनकी मिलकत में १००,००० डॉलर से अधिक संपत्ति है, कुल वैश्विक आबादी का केवल ८.१ प्रतिशत है, लेकिन वैश्विक धन का ८४.६ प्रतिशत है।
 
[[File:Capture५८ .png|none|thumb|609x609px]]
 
[[File:Capture५८ .png|none|thumb|609x609px]]
 
पश्चिमी और यूरोपीय देशों में दुनिया के सबसे ज्यादा करोड़पति हैं।दुनिया के ७८% करोड़पति लोग यूरोप या उत्तरी अमेरिका में रहते हैं और इनमें करीब आधे से ज्यादा करोड़पति संयुक्त राज्य को अपना घर मानते हैं।गैर-पश्चिमी देशों में केवल जापान, चीन और ताइवान में करोड़पतियों की बड़ी मात्रा है।
 
पश्चिमी और यूरोपीय देशों में दुनिया के सबसे ज्यादा करोड़पति हैं।दुनिया के ७८% करोड़पति लोग यूरोप या उत्तरी अमेरिका में रहते हैं और इनमें करीब आधे से ज्यादा करोड़पति संयुक्त राज्य को अपना घर मानते हैं।गैर-पश्चिमी देशों में केवल जापान, चीन और ताइवान में करोड़पतियों की बड़ी मात्रा है।
 +
[[File:Capture६० .png|none|thumb|620x620px]]
 +
अल्ट्रा हाई नेट वर्थ इंडीवीड्युल - ३० मिलियन डॉलर वैश्विक धन का अस्वाभाविक रूप से अधिक से अधिक हिस्सा कुल वैश्विक संपत्ति का १२.८ प्रतिशत हैं, तथापि दुनिया की आबादी के केवल छोटे से अंश का आधिपत्य हैं।
 +
[[File:Capture६१ .png|none|thumb|631x631px]]
 +
 +
==== आईपीएस विश्लेषण ====
 +
फोर्ब्स के मुताबिक, दुनिया के १० सबसे अमीर अरबपतियों, संयुक्त धन में ५०५ अरब डॉलर के मालिक हैं, जो अधिकांश देशों में सालाना आधार पर कुल वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन के मुकाबले अधिक है।
 +
[[File:Capture६२ .png|none|thumb|632x632px]]
 +
संयुक्त राज्य अमेरिका में धन की असमानता औद्योगिक दुनिया के बाकी हिस्सों से दोगुना और अधिक व्यापक रूप में चल रही है।
 +
[[File:Capture६३ .png|none|thumb|638x638px]]
 +
संयुक्त राज्य में शीर्ष १ प्रतिशत की ओसत संपत्ति १५ मिलियन है, सीर्फ लक्समबर्ग जैसे छोटे से समृद्ध राज्य के साथ तुलनीय है।कीसी भी अन्य देश का शीर्ष १ प्रतिशत की संपती संयुक्त राज्य और लक्ज़मबर्ग के शीर्ष १ प्रतिशत की संपति का आधा हिस्सा भी नहीं है।
 +
[[File:Capture६६ .png|none|thumb|634x634px]]
 +
कैपेमिनी और आरबीसी वेल्थ मैनेजमेंट हाई नेट वर्थ इंडीवीड्युल को परिभाषित करते हैं, जिसकी कम से कम १ मिलियन की संपत्ति है। दुनिया के ज्यादातर करोडपतियों की संपति ५ मिलियन से भी कम है।
 +
[[File:Capture६७ .png|none|thumb|622x622px]]
 +
दुनिया के करोड़पतियों में एक छोटा सा हिस्सा दुनिया के धन क विशाल हिस्सा रखता है।
 +
[[File:Capture६९ .png|none|thumb|634x634px]]
 +
संयुक्त राज्य अमेरिका में हाई नेट वर्थ इंडीवीड्युल वैश्विक आबादी पर हावी है, जिसमें ४.३ मिलियन से अधिक व्यक्ति वित्तीय संपत्ति में कम से कम १ मिलियन (अपने प्राथमिक निवास या उपभोक्ता वस्तुओं को शामिल नहीं) के मालिक हैं।
 +
[[File:Capture७० .png|none|thumb|632x632px]]
 +
संयुक्त राज्य अमेरिका ५० मिलियन की संपत्तिवाले सबसे अधिक अमीर लोगोंं का घर बन चुका हैं। जो अगले क्रम के पांच देशों के कुल धनिकों की संख्या से भी दोगुनी हैं।
 +
[[File:Capture७१ .png|none|thumb|635x635px]]
 +
संयुक्त राज्य के मध्य वर्ग में विकसित देशों के बाकी हिस्सों में मध्यम वर्ग की संपत्ति क हिस्सा आधे से भी कम है ।
 +
[[File:Capture७२ .png|none|thumb|624x624px]]
 +
स्रोत: क्रेडिट सुइस,ग्लोबल वेल्थ डेटाबेज, २०१५
 +
 +
संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी अन्य देश की तुलना में अधिक धन है।लेकिन अमेरिका के शीर्ष में भारी वितरण के कारण अन्य औद्योगिक देशों में उनके समकक्षों की तुलना में बहुत कम धन के साथ सामान्य अमेरिकी वयस्कों को छोड़ दिया जाता है।
  
 
==References==
 
==References==
<references />भारतीय शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण भारतीय शिक्षा (भारतीय शिक्षा ग्रन्थमाला ५), प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे
+
<references />धार्मिक शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण धार्मिक शिक्षा (धार्मिक शिक्षा ग्रन्थमाला ५), प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे
[[Category:भारतीय शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण भारतीय शिक्षा]]
 
 
[[Category:Education Series]]
 
[[Category:Education Series]]
[[Category:Bhartiya Shiksha Granthmala(भारतीय शिक्षा ग्रन्थमाला)]]
+
[[Category:Dharmik Shiksha Granthmala(धार्मिक शिक्षा ग्रन्थमाला)]]
 +
[[Category:धार्मिक शिक्षा ग्रंथमाला 5: वैश्विक संकटों का निवारण धार्मिक शिक्षा]]
 +
[[Category:धार्मिक शिक्षा ग्रंथमाला 5: पर्व 1: अन्तर्जाल पर विश्वस्थिति]]

Latest revision as of 22:06, 23 June 2021

ToBeEdited.png
This article needs editing.

Add and improvise the content from reliable sources.

अध्याय १०

वैश्विक असमानता पर नजर रखना शोधकर्ताओं के लिए विभिन्न प्रकार की सांख्यिकीय चुनौतियों की स्थिति पेदा करता हैं। अलग-अलग देशों, शुरुआत के लिए, अलग-अलग तरीकों से आय और धन की गणना करते हैं।लेकिन दुनिया भर में शोधकर्ताओं इन चुनौतियों पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, हम अपने शोध से कुछ महत्वपूर्ण निष्कर्षों को नीचे प्रदर्शित कर रहे हैं।

Capture५६ .png

वैश्विक जनसंख्या का हिस्सा गरीब के रूप में परिभाषित किया गया है - जो प्रतिदिन २ से कम कमाते हैं । - २००१ के बाद से लगभग आधे से १५ प्रतिशत तक गए हैं।कुल मिलाकर, दुनिया सहस्राब्दी की तुलना में अमीर हो गई है, विशेष रूप से, १० और २० प्रति दिन के मध्य मध्य-आय वाले लोगोंं की वैश्विक उपस्थिति लगभग दोगुनी होकर ७ से १३ प्रतिशत हो गई है।

Capture५७ .png

दुनिया के लगभग तीन-चौथाई व्यक्ति संपत्ति में १०,००० डॉलर से कम के नीचे हैं। दुनिया के इस ७१ प्रतिशत हिस्से में वैश्विक संपत्ति का केवल ३ प्रतिशत हिस्सा है।दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों, जिनकी मिलकत में १००,००० डॉलर से अधिक संपत्ति है, कुल वैश्विक आबादी का केवल ८.१ प्रतिशत है, लेकिन वैश्विक धन का ८४.६ प्रतिशत है।

Capture५८ .png

पश्चिमी और यूरोपीय देशों में दुनिया के सबसे ज्यादा करोड़पति हैं।दुनिया के ७८% करोड़पति लोग यूरोप या उत्तरी अमेरिका में रहते हैं और इनमें करीब आधे से ज्यादा करोड़पति संयुक्त राज्य को अपना घर मानते हैं।गैर-पश्चिमी देशों में केवल जापान, चीन और ताइवान में करोड़पतियों की बड़ी मात्रा है।

Capture६० .png

अल्ट्रा हाई नेट वर्थ इंडीवीड्युल - ३० मिलियन डॉलर वैश्विक धन का अस्वाभाविक रूप से अधिक से अधिक हिस्सा कुल वैश्विक संपत्ति का १२.८ प्रतिशत हैं, तथापि दुनिया की आबादी के केवल छोटे से अंश का आधिपत्य हैं।

Capture६१ .png

आईपीएस विश्लेषण

फोर्ब्स के मुताबिक, दुनिया के १० सबसे अमीर अरबपतियों, संयुक्त धन में ५०५ अरब डॉलर के मालिक हैं, जो अधिकांश देशों में सालाना आधार पर कुल वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन के मुकाबले अधिक है।

Capture६२ .png

संयुक्त राज्य अमेरिका में धन की असमानता औद्योगिक दुनिया के बाकी हिस्सों से दोगुना और अधिक व्यापक रूप में चल रही है।

Capture६३ .png

संयुक्त राज्य में शीर्ष १ प्रतिशत की ओसत संपत्ति १५ मिलियन है, सीर्फ लक्समबर्ग जैसे छोटे से समृद्ध राज्य के साथ तुलनीय है।कीसी भी अन्य देश का शीर्ष १ प्रतिशत की संपती संयुक्त राज्य और लक्ज़मबर्ग के शीर्ष १ प्रतिशत की संपति का आधा हिस्सा भी नहीं है।

Capture६६ .png

कैपेमिनी और आरबीसी वेल्थ मैनेजमेंट हाई नेट वर्थ इंडीवीड्युल को परिभाषित करते हैं, जिसकी कम से कम १ मिलियन की संपत्ति है। दुनिया के ज्यादातर करोडपतियों की संपति ५ मिलियन से भी कम है।

Capture६७ .png

दुनिया के करोड़पतियों में एक छोटा सा हिस्सा दुनिया के धन क विशाल हिस्सा रखता है।

Capture६९ .png

संयुक्त राज्य अमेरिका में हाई नेट वर्थ इंडीवीड्युल वैश्विक आबादी पर हावी है, जिसमें ४.३ मिलियन से अधिक व्यक्ति वित्तीय संपत्ति में कम से कम १ मिलियन (अपने प्राथमिक निवास या उपभोक्ता वस्तुओं को शामिल नहीं) के मालिक हैं।

Capture७० .png

संयुक्त राज्य अमेरिका ५० मिलियन की संपत्तिवाले सबसे अधिक अमीर लोगोंं का घर बन चुका हैं। जो अगले क्रम के पांच देशों के कुल धनिकों की संख्या से भी दोगुनी हैं।

Capture७१ .png

संयुक्त राज्य के मध्य वर्ग में विकसित देशों के बाकी हिस्सों में मध्यम वर्ग की संपत्ति क हिस्सा आधे से भी कम है ।

Capture७२ .png

स्रोत: क्रेडिट सुइस,ग्लोबल वेल्थ डेटाबेज, २०१५

संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी अन्य देश की तुलना में अधिक धन है।लेकिन अमेरिका के शीर्ष में भारी वितरण के कारण अन्य औद्योगिक देशों में उनके समकक्षों की तुलना में बहुत कम धन के साथ सामान्य अमेरिकी वयस्कों को छोड़ दिया जाता है।

References

धार्मिक शिक्षा : वैश्विक संकटों का निवारण धार्मिक शिक्षा (धार्मिक शिक्षा ग्रन्थमाला ५), प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे