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| − | यह ग्रन्थमाला किसके लिये है इस प्रश्न का सरल उत्तर होगा “सबके लिये । फिर भी कुछ स्पष्टताओं की | + | यह ग्रन्थमाला किसके लिये है इस प्रश्न का सरल उत्तर होगा “सबके लिये । तथापि कुछ स्पष्टताओं की |
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| | आवश्यकता है । | | आवश्यकता है । |
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| | इस ग्रन्थमाला में इसी प्रकार की भूमिका अपनाई गई है । | | इस ग्रन्थमाला में इसी प्रकार की भूमिका अपनाई गई है । |
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| − | यह ग्रन्थमला कुछ विस्तृत सी लगती है फिर भी यह प्राथमिक स्वरूप का ही प्रतिपादन है । | + | यह ग्रन्थमला कुछ विस्तृत सी लगती है तथापि यह प्राथमिक स्वरूप का ही प्रतिपादन है । |
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| | इस ग्रन्थमाला का कथन एक ग्रन्थ में भी हो सकता है और कोई चाहे तो आधे ग्रन्थ में भी हो सकता है परन्तु | | इस ग्रन्थमाला का कथन एक ग्रन्थ में भी हो सकता है और कोई चाहे तो आधे ग्रन्थ में भी हो सकता है परन्तु |
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| − | हम सबका सौभाग्य है कि इस ग्रन्थमाला का लोकार्पण राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के परम पूजनीय सरसंघवालक
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| − | माननीय मोहनजी भागवत के करकमलों से हो रहा है ।
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| − | पुनश्च सभी परामर्शकों, मार्गदर्शकों, सहभागियों, सहयोगियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए यह ग्रन्थमाला पाठकों
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| − | के हाथों सौंप रहे हैं ।
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| − | ग्रन्थ में विषय प्रतिपादन, निरूपण शैली, रचना, भाषाशुद्धि की दृष्टि से दोष रहे ही होंगे । सम्पादकों की मर्यादा
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| − | समझकर पाठक इसे क्षमा करें, स्वयं सुधार कर लें और उनकी ओर हमारा ध्यान आकर्षित करें यही निवेदन हैं ।
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| − | इति शुभम् ।
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| − | व्यासपूर्णिमा सम्पादकमण्डल
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| − | युगाब्दू ५११८
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| − | ९ जुलाई २०२१७
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| | श्री ज्ञानसरस्वती मंदिर क्षेत्र बासर का क्षेत्रमहात्म्य | | श्री ज्ञानसरस्वती मंदिर क्षेत्र बासर का क्षेत्रमहात्म्य |
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| | ऐसा लगता है कि इन अवरोधों को पाटने के लिये | | ऐसा लगता है कि इन अवरोधों को पाटने के लिये |
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| − | इस सामान्य जन का बहुत सहयोग प्राप्त होगा । फिर भी | + | इस सामान्य जन का बहुत सहयोग प्राप्त होगा । तथापि |
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| | शिक्षित लोगोंं को भी साथ में तो लेना ही होगा । कारण | | शिक्षित लोगोंं को भी साथ में तो लेना ही होगा । कारण |
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| | तब लक्ष्मेश नामक एक आचार्य ने कहा ... | | तब लक्ष्मेश नामक एक आचार्य ने कहा ... |
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| − | मेरे नाम में ही लक्ष्मी का नाम समाया है फिर भी मेरा | + | मेरे नाम में ही लक्ष्मी का नाम समाया है तथापि मेरा |
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| | मत है कि केवल आर्थिक विकास ही विकास नहीं है । | | मत है कि केवल आर्थिक विकास ही विकास नहीं है । |