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− | {{One source}}इस ग्रन्थमाला के निर्माण में अनेक विद्वज्जनों और सामान्यजनों को सहभागी बनाने का प्रयास किया गया है यह “सम्पादकीय' में कहा गया है <ref>धार्मिक शिक्षा के व्यावहारिक आयाम (धार्मिक शिक्षा ग्रन्थमाला ३, अध्याय १७): पर्व ५, प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे</ref>। इस दृष्टि से शिक्षा के अनेक आयामों को लेकर यह प्रश्नावली तैयार की गई । देश के अनेक नगरों, महानगरों में स्थित शिक्षा के साथ विभिन्न भूमिकाओं में जुडे महानुभावों को ये प्रश्नावलियाँ भेजी गईं । अनेक कार्यकर्ताओ ने अनेक लोगोंं का सम्पर्क कर इन प्रश्नावलियों को लेकर चर्चा की और उनके उत्तर प्राप्त किये । उन उत्तरों के आधार पर उनका सारसंक्षेप तैयार किया गया । उसे इस ग्रन्थ में प्रस्तुत किया गया है । | + | {{One source}}इस ग्रन्थमाला के निर्माण में अनेक विद्वज्जनों और सामान्यजनों को सहभागी बनाने का प्रयास किया गया है यह “सम्पादकीय' में कहा गया है <ref>धार्मिक शिक्षा के व्यावहारिक आयाम (धार्मिक शिक्षा ग्रन्थमाला ३, अध्याय १७): पर्व ५, प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे</ref>। इस दृष्टि से शिक्षा के अनेक आयामों को लेकर यह प्रश्नावली तैयार की गई । देश के अनेक नगरों, महानगरों में स्थित शिक्षा के साथ विभिन्न भूमिकाओं में जुड़े महानुभावों को ये प्रश्नावलियाँ भेजी गईं । अनेक कार्यकर्ताओ ने अनेक लोगोंं का सम्पर्क कर इन प्रश्नावलियों को लेकर चर्चा की और उनके उत्तर प्राप्त किये । उन उत्तरों के आधार पर उनका सारसंक्षेप तैयार किया गया । उसे इस ग्रन्थ में प्रस्तुत किया गया है । |
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| इस ग्रन्थ में हर प्रश्नावली का प्राप्त उत्तर का सारसंक्षेप, अभिमत, विमर्श और उस विषय से सम्बन्धित अधिक विचार इस क्रम में की गई है । | | इस ग्रन्थ में हर प्रश्नावली का प्राप्त उत्तर का सारसंक्षेप, अभिमत, विमर्श और उस विषय से सम्बन्धित अधिक विचार इस क्रम में की गई है । |
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| #जीवनदृष्टि | | #जीवनदृष्टि |
| #कुल परम्परा | | #कुल परम्परा |
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| + | == विद्यालय में सांस्कृतिक गतिविधियाँ == |
| + | # संस्कृति का अर्थ क्या है ? |
| + | # सांस्कृतिक गतिविधियाँ किसे कहते हैं ? |
| + | # विद्यालय में दैनन्दिन स्वरूप की सांस्कृतिक गतिविधियाँ कौन कौन सी होती हैं ? |
| + | # विद्यालय में समय समय पर होने वाली सांस्कृतिक गतिविधियाँ कौन सी हैं? |
| + | # सांस्कृतिक गतिविधियों में कभी कभी सांस्कृतिक दृष्टिकोण बनाये रखना कठिन होता है। ऐसा क्यों होता है ? ऐसा न हो इसलिये क्या करें ? |
| + | # सांस्कृतिक गतिविधियों का शैक्षिक कार्य के साथ सम्बन्ध किस प्रकार से बिठाया जा सकता है ? |
| + | # आज की वैश्विक समस्यायें एवं विद्यालय की सांस्कृतिक गतिविधियाँ - इन दो में सामंजस्य कैसे बिठा सकते हैं ? |
| + | # सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ छात्र के परिवार एवं सम्पूर्ण समाज का सम्बन्ध कैसे बिठा सकते हैं ? |
| + | |
| + | == विद्यालय का शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम == |
| + | # शैक्षिक भ्रमण का अर्थ कया है ? |
| + | # भ्रमण के लिये स्थान का चयन किस प्रकार से करना चाहिये ? |
| + | # भ्रमण के समय शैक्षिक व्यवहार कैसा होता है ? |
| + | # भ्रमण के समय छात्र एवं आचार्यों के व्यवहार के सम्बन्ध में किन किन बातों पर विचार करना चाहिये ? |
| + | # यदि भ्रमण शैक्षिक है तो वह सभी छात्रों के लिये होना चाहिये। इसकी व्यवस्था कैसे कर सकते हैं ? |
| + | # भ्रमण की आर्थिक व्यवस्था के सम्बन्ध में क्या विचार करना चाहिये ? |
| + | # शैक्षिक भ्रमण का पाठ्यक्रम के साथ क्या सम्बन्ध है ? |
| + | # भ्रमण की पूर्वतैयारी एवं भ्रमण का अनुवर्ती कार्य - ये दोनों कैसे होते हैं ? |
| + | # भ्रमण के माध्यम से सांस्कृतिक, सामाजिक, राष्ट्रीय विकास किस प्रकार से होता है ? |
| + | # भ्रमण के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान का विकास किस प्रकार से होता है ? |
| + | |
| + | == विद्यालय की अर्थव्यवस्था == |
| + | #आय |
| + | ##विद्यालय की आय के कितने स्रोत होते हैं ? कौन कौन से ? |
| + | ##विद्यालय में छात्रों से शुल्क कितना लेना चाहिये, यह निर्धारित करने की सही पद्धति कौन सी है ? |
| + | ##विद्यालय के लिये दान और अनुदान स्वीकार करने की नीति एवं मापदंड किस प्रकार के होने चाहिये ? |
| + | ##विद्यालय के लिये अर्थप्राप्ति के और कोई साधन हो सकते हैं क्या ? यदि हाँ, तो किस प्रकार के ? |
| + | ##आवश्यकता से अधिक आय होने की स्थिति अच्छी है या नहीं ? |
| + | ##आवश्यकता से अधिक आय का क्या उपयोग कर सकते हैं ? |
| + | #व्यय |
| + | ##विद्यालय में किन किन बातों पर व्यय होता है ? |
| + | ##सभी प्रकार के व्यय का अनुपात कैसा होना चाहिये ? |
| + | ##कम से कम व्यय हो इस प्रकार की व्यवस्था कैसे करें ? |
| + | ##व्यय एवं गुणवत्ता का कया सम्बन्ध है ? |
| + | ##व्यय एवं विद्यालय की प्रतिष्ठा का क्या सम्बन्ध है ? |
| + | ##व्यय के अनुरूप आय होनी चाहिये या आय के अनुरूप व्यय ? |
| + | #आय एवं व्यय के सम्बन्ध में भारतीय एवं पाश्चात्य दृष्टि में क्या अन्तर है ? भारतीय दृष्टि को व्यावहारिक बनाने के लिये क्या क्या कर सकते है ? |
| + | |
| + | == विद्यालय की प्रतिष्ठा == |
| + | # विद्यालय की प्रतिष्ठा का क्या अर्थ है ? |
| + | # विद्यालय की प्रतिष्ठा का निम्नलिखित बातों के साथ क्या सम्बन्ध है ? |
| + | ##परीक्षा परिणाम |
| + | ##सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास |
| + | ##अन्यान्य कार्यक्रम एवं कार्य |
| + | ##प्रतियोगिताओं में अग्रक्रम |
| + | ##सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यों में सहभाग |
| + | ##समाज को मार्गदर्शन |
| + | ##हिन्दुत्व का दृष्टिकोण |
| + | ##हिन्दुत्वनिष्ठ व्यवहार का आग्रह |
| + | ##संख्या, भवन, शुल्क, सुविधायें |
| + | ##अंग्रेजी माध्यम |
| + | # उपर्युक्त सूची में किन बातों का आग्रह उपयुक्त है और किन बातों का अनुपयुक्त ? |
| + | # विद्यालय की प्रतिष्ठा एवं विद्यालय के लक्ष्य में कितना सम्बन्ध होना चाहिये ? सम्बन्ध न होने से क्या क्या उपाय करने चाहिये ? |
| + | # समसम्बन्ध न होने पर कितने समझौते करने चाहिये ? |
| + | # प्रतिष्ठा के मापदण्ड किस आधार पर बनते हैं ? |
| + | |
| + | == विद्यालय में ट्यूशन == |
| + | # ट्यूशन की मात्रा आज बहुत बढ़ गई है इसका कारण क्या है ? |
| + | # ट्यूशन के सम्बन्ध में आचार्य, छात्र एवं अभिभावकों की मानसिकता कैसी होती है ? |
| + | # ट्यूशन के सम्बन्ध में आदर्श स्थिति क्या है ? |
| + | # ट्यूशन के आर्थिक पक्ष का विचार कैसे करना चाहिये ? |
| + | # ट्यूशन सम्बन्ध में आदर्श स्थिति क्या है ? |
| + | # ट्यूशन किसने पढ़ाना उपयुक्त है ? |
| + | # ट्यूशन के हौवे से बचने के उपाय क्या हैं ? |
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| + | == विद्यालय में प्रतियोगितायें == |
| + | # प्रतियोगिताओं का शैक्षिक मूल्य कया है ? |
| + | # प्रतियोगिताओं का व्यावहारिक मूल्य कया है ? |
| + | # प्रतियोगिताओं के प्रति सही दृष्टिकोण कैसे विकसित करें ? |
| + | # प्रतियोगिता की भावना कम करने के क्या उपाय करें ? |
| + | # प्रतियोगितायें लाभ के स्थान पर हानि कैसे करती हैं ? |
| + | # प्रतियोगितायें लाभकारी बनें इसलिये क्या क्या करना चाहिये ? |
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| + | == विद्यालय किसका ? == |
| + | # प्रबन्धसमिति |
| + | # शासन |
| + | # प्रधानाचार्य |
| + | # आचार्य |
| + | # अन्य कर्मचारी |
| + | # छात्र |
| + | # अभिभावक |
| + | # इन सभी के विद्यालय के साथ के स्वस्थ सम्बन्धों का व्यवहारिक स्वरूप कैसा होना चाहिये ? |
| + | # इन सभी की आपसी सम्बन्ध की व्यावहारिक भूमिका कैसी होनी चाहिये ? |
| + | # ऐसी कौन सी बातें हैं जो इन सभी को समान रूप से लागू होनी चाहिये ? |
| + | # इन सभी में विद्यालय किस दृष्टि से किसका होता है ? |
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| + | == विद्यालय का भवन == |
| + | # विद्यालय का भवन बनाते समय सुविधा की दृष्टि से किन किन बातों का ध्यान रकना चाहिये ? |
| + | # विद्यालय के भवन में विद्यालय की शैक्षिक दृष्टि किस प्रकार से प्रतिबिम्बित होती है ? |
| + | # विद्यालय का भवन एवं पर्यावरण |
| + | # विद्यालय का भवन एवं शरीरस्वास्थ्य इन सब बातों का क्या सम्बन्ध हैं? |
| + | # विद्यालय का भवन एवं मनोस्वास्थ्य |
| + | # विद्यालय का भवन एवं संस्कृति |
| + | # विद्यालय का भवन कम खर्च में एवं अधिक टिकाऊ बने इस दृष्टि से कौन कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिये ? |
| + | # विद्यालय के भवन में वास्तुविज्ञान, भूमिचयन, स्थानचयन आदि का क्या महत्त्व है ? |
| + | # विद्यालय के भवन की आन्तरिक रचना कैसी होनी चाहिये ? |
| + | # भवन निर्माण में प्रयुक्त सामग्री के विषय में किन बातों का ध्यान रखना चाहिये ? |
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| + | == विद्यार्थियों हेतु स्वावलम्बन == |
| + | # क्या आप तय कर सकते हैं कि विषयों को सुनकर, समझकर, चिन्तन कर, प्रयोग कर ही सीखेंगे । किसी भी प्रकार की सामग्री का उपयोग नहीं करेंगे, अपनी बुद्धि पर विश्वास करेंगे, विश्वास कर सकें ऐसी तेजस्वी बुद्धि बनायेंगे । |
| + | # विद्यार्थियों को चाहिये कि वे अपनी बुद्धि से निर्णय करें, दूसरों की बुद्धि से नहीं । जब ऐसा करते हैं तभी हम स्वतन्त्र कहे जाते हैं । |
| + | # विद्यार्थियों को चाहिये कि वे अपनी बुद्धि का इतना विकास करें कि अपनी बात दूसरों को समझा सकें, उनसे स्वीकृति और समर्थन प्राप्त कर सर्के तथा प्रशंसा भी प्राप्त कर सर्के । यह सब केवल बुद्धि से ही हो, अन्य उपायों से नहीं । |
| + | # विद्यार्थियों को चाहिये कि वे अपनी बुद्धि का ऐसा विकास करें कि कोई भी विषय उन्हें कठिन न लगे, असाध्य न लगे । |
| + | # विद्यार्थीयों को चाहिये कि वे ऐसी बौद्धिक क्षमता प्राप्त करें कि कहने वाले का आशय तुरन्त समझ लें और उसके मनोभावों को भाँप लें । |
| + | # विद्यार्थियों को चाहिये कि वे ऐसी बौद्धिक क्षमता प्राप्त करें कि किसी भी बात का एसा त्वरित निर्णय कर सकें कि विषय में बाद पछताना न पडे । |
| + | # विद्यार्थियों को चाहिये कि वे ऐसी बौद्धिक क्षमता का विकास करें | |
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| == References == | | == References == |