# जीवन व्यवहार किसी न किसी तरह के क्रियाकलाप से चलता है<ref>प्रारम्भिक पाठ्यक्रम एवं आचार्य अभिभावक निर्देशिका, प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखिका: श्रीमती इंदुमती काटदरे</ref>। इसलिए हाथ से काम करना सीखना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। उद्योग हाथ को काम करना सिखाता है।
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# जीवन व्यवहार किसी न किसी तरह के क्रियाकलाप से चलता है<ref>प्रारम्भिक पाठ्यक्रम एवं आचार्य अभिभावक निर्देशिका :अध्याय २, प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखिका: श्रीमती इंदुमती काटदरे</ref>। इसलिए हाथ से काम करना सीखना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। उद्योग हाथ को काम करना सिखाता है।
# हाथ की कुशलता अर्थात्:
# हाथ की कुशलता अर्थात्:
## एक ऊँगली एवं अंगूठे से, दो ऊँगली एवं अंगूठे से, पाँचों ऊँगलियों से, मुठ्ठी से, हथेली से, दोनों हाथों से पकड़ने की कुशलता।
## एक ऊँगली एवं अंगूठे से, दो ऊँगली एवं अंगूठे से, पाँचों ऊँगलियों से, मुठ्ठी से, हथेली से, दोनों हाथों से पकड़ने की कुशलता।
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[[Category:शिक्षा पाठ्यक्रम एवं निर्देशिका]]
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[[Category:Bhartiya Jeevan Pratiman (भारतीय जीवन प्रतिमान)]]
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