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| '''<nowiki/>'दि प्रिजन' पृष्ठ १४७-१५०''' | | '''<nowiki/>'दि प्रिजन' पृष्ठ १४७-१५०''' |
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− | सोवियत यूनियन का तानाशाह स्टॉलिन भी राउण्ड टेबिल समुदाय का क्रियाशील सदस्य था । उसने १९४२ में 'मासिझम एण्ड नेशनल क्वेश्चन' के अन्तर्गत एंग्लो | + | सोवियत यूनियन का तानाशाह स्टॉलिन भी राउण्ड टेबिल समुदाय का क्रियाशील सदस्य था । उसने १९४२ में 'मासिझम एण्ड नेशनल क्वेश्चन' के अन्तर्गत एंग्लो अमेरिकन, कम्यूनिस्ट, खेल के प्रति पूरी सहमति थी। उस समय इस समुदाय ने निर्णय लिया था कि विश्व के उन राष्ट्रों में जहाँ हमारी पहुँच है, फूट डालकर उनको विभाजित करने की नीति बनाई जाय । इस योजना से राष्ट्रीय आस्थाओं को झटका लगेगा तथा विश्व सरकार के लिये अनुकूलता पैदा होगी। इस नीति के अन्तर्गत चीन, कोरिया, वियतनाम, भारत, रूस, पैलेस्टाइन, अफ्रीका, ईराक आदि राष्ट्रों में विभाजिन की नीति बनाई गई थी। |
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| + | ==== वैश्विक षडयंत्र के संचालन सूत्र ==== |
| + | १९३० में विन्सटन चर्चिल ने यूरोप के देशों को यूनाइटेड स्टेट ऑफ यूरोप बनाने की योजना के अन्तर्गत द्वितीय महायुद्ध की भूमिका बनाई थी। इस योजना को जीन फोस्टर, रॉकफैलर, डूलेस, निकोलस मुरे बटलर, कारनेगी आदि ने आर्थिक सहयोग दिया था। इन व्यक्तियों ने यूरोप में शान्ति स्थापना की घोषणा करके द्वितीय महायुद्ध की भूमिका बनाने में पूरा सहयोग किया था। १९४६-४७ में अपने इस कारनामें का सर्वे, काउसिल ऑफ फॉरेन रिलेशंस से कराया। |
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| + | इस सर्वे रिपोर्ट के आधार पर विन्सटन चर्चिल ने निष्कर्ष निकाला कि वैश्विक स्तर पर केन्द्रीय नियंत्रण (विश्व सरकार) स्थापित करने के लिये दहरी प्रक्रिया अपनानी होगी। विश्व स्तर पर एक ऐसा वातावरण बनाना होगा जिससे विश्व का प्रत्येक राष्ट्र अपने को असुरक्षित महसूस करे तथा पड़ौसी के खतरे से बचने के लिये मारक हथियारों का संग्रह करना प्रारम्भ करे । दसरा यह कि आम आदमी की मानसिक स्थिति ऐसी बना देनी चाहिये ताकि वह जीवन के हर क्षेत्र में सरकार आश्रित हो जाय।। |
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| + | २६ जून १९४५ को सेन फ्रांसिस्को में पचास देशों के प्रतिनिधियों ने यूनाइटेड नेशंस (U.N.) चार्टर स्वीकार किया। यह संस्था गोलमेज समुदाय के काउंसिल ऑफ फॉरेन रिलेशंस (C.E.R.) के अन्तर्गत बनायी गयी थी। यूनाइटेड नेशंस (U.N.) की योजना फरवरी १९४५ में क्रीमिया (crimia) के याल्टा (yalta) कान्फ्रेंस में विन्सटन चर्चिल और स्टॉलिन के मार्गदर्शन में प्रस्तुत हो चुकी थी। इस योजना को रुजवेल्ट, टूमेन, आइजनहोवर और कैनेडी का पूरा समर्थन था । यूनाइटेड नेशंस संस्थान ने विंसटन चर्चिल की विश्व सरकार बनाने की योजना को कार्यान्वित करने के लिए अनेक अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों का निर्माण किया । जैसे वर्ल्ड हैल्थ आर्गेनाइजेशन (W.H.O.) यू.एन. पॉपूलेशन फंड (U.N.P.E), इकोनोमिक डेवलपमेंट एण्ड एनवायरमेंट, यू.एन. एनवॉयरमेंट प्रोग्राम (U.N.E.P.) यू.एन. एजुकेशन साइंस एण्ड कल्चर आर्गेनाईजेशन (UNESCO). संस्थाओं की यह सूची बढ़ती ही जा रही है। |
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| + | ये सभी संस्थाये इस उद्देश्य से बनायी जा रही थीं, ताकि जिन्दगी के हर क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर केन्द्रीय नियंत्रण स्थापित किया जा सके । लोक अभिक्रम को नष्ट करना इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य था और अब भी है। इन योजनाओं को आर्थिक सहयोग करने के लिए कारनेगी एण्डाउमेंट फॉर इन्टरनेशनल पीस' नाम की स्थाई संस्था बनायी गयी। मि. हिस (Hiss) की नियुक्ति इस संस्था के अध्यक्ष के रूप में जॉन फोस्टर डलस के द्वारा की गयी। मिस्टर हिस को जब यूनाइटेड नेशन्स की अन्दरूनी योजना का पता चला तो उसने इसका रहस्य उजागर करना शुरू कर दिया । हिस (Hiss) को इसकी सजा भुगतनी पड़ी, फलस्वरूप ४४ महीने की जेल काटनी पड़ी। |
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| + | ==== षड़यंत्र की प्रक्रिया ==== |
| + | 'दि प्रिजन' पुस्तक के लेखक ने गोल मेज समुदाय के सम्बन्ध में लिखा है - इस समुदाय ने उद्देश्य सिद्धि हेतु वैश्विक स्तर पर अनेक नामों से गोपनीय संस्थाएं बनायी हुई हैं । इन संस्थाओं के सम्मेलन एवं गोष्ठियां होती रहती हैं। |
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| + | गोलमेज समुदाय की एक संस्था का नाम बिल्डरबर्ग (Bilderberg) है। इसकी एक बैठक १९९१ में बाडेनबाडेन (Baden-Baden-Germany) जर्मनी में हुई । इस बैठक में डेविड रॉकफेलर, यूनाइटेड स्टेट के प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी, राजनीतिज्ञ तथा उद्योखगपति, बिल क्लिंटन (जो उस समय आर्कनसास का गर्वनर था, जो कि बाद में राष्ट्रपति हो गया था), जार्ज बश, कानई ब्लैक, |
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| ==References== | | ==References== |