Changes

Jump to navigation Jump to search
Line 26: Line 26:  
<blockquote>    '''सर्वेभद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाक्भवेत् ।।'''</blockquote>सब सुखी हों, सब निरामय हों, सब का कल्याण हो, कोई भी दुःखी न हो ।
 
<blockquote>    '''सर्वेभद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुःखभाक्भवेत् ।।'''</blockquote>सब सुखी हों, सब निरामय हों, सब का कल्याण हो, कोई भी दुःखी न हो ।
 
* <blockquote>'''अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचनद्वयम् ।''' </blockquote>
 
* <blockquote>'''अष्टादश पुराणेषु व्यासस्य वचनद्वयम् ।''' </blockquote>
<blockquote>       '''परोपकारः पुण्याय पापाय परपीडनम् ।।'''</blockquote>अठारह पुराणों का सार व्यास के ये दो वचन हैं कि परोपकार से पुण्य मिलता है, परपीडा से पाप ।
+
<blockquote>               '''परोपकारः पुण्याय पापाय परपीडनम् ।।'''</blockquote>अठारह पुराणों का सार व्यास के ये दो वचन हैं कि परोपकार से पुण्य मिलता है, परपीडा से पाप ।
    
==References==
 
==References==
1,815

edits

Navigation menu