Changes

Jump to navigation Jump to search
m
Line 139: Line 139:  
विद्यालय और परिवार का केन्द्रवर्ती बिंदु विद्यार्थी होता है । उसका विकास यही दोनों का लक्ष्य बन जाता है । इस लक्ष्यपूर्ति के लिये विद्यालय एवं परिवार इन दोनों के सम्बन्धों का लोकमत जानने के लिये इस प्रश्नावली का प्रयोजन रहा । कुरुक्षेत्र से श्री रमेन्द्रसिंहजी ने ३९ शिक्षक, ९८ अभिभावक, ३ प्रधानाचार्य, २ संस्थाचालकों का सहभाग लेकर इसकी पूर्तता की ।
 
विद्यालय और परिवार का केन्द्रवर्ती बिंदु विद्यार्थी होता है । उसका विकास यही दोनों का लक्ष्य बन जाता है । इस लक्ष्यपूर्ति के लिये विद्यालय एवं परिवार इन दोनों के सम्बन्धों का लोकमत जानने के लिये इस प्रश्नावली का प्रयोजन रहा । कुरुक्षेत्र से श्री रमेन्द्रसिंहजी ने ३९ शिक्षक, ९८ अभिभावक, ३ प्रधानाचार्य, २ संस्थाचालकों का सहभाग लेकर इसकी पूर्तता की ।
   −
प्र.१  विद्यालय और छात्र के परिवार इन दोनों का संबंध स्पष्ट करते हुए दोनों मे गहरा आत्मीय संबंध, परस्पर पूरक संबंध, गाडी के दो पहियों जैसा संबंध, शैक्षिक एवं
+
प्र.१  विद्यालय और छात्र के परिवार इन दोनों का संबंध स्पष्ट करते हुए दोनों मे गहरा आत्मीय संबंध, परस्पर पूरक संबंध, गाडी के दो पहियों जैसा संबंध, शैक्षिक एवं सामाजिक सबंध जैसे विविध उत्तर प्राप्त हुए । उन दोनों मे आत्मीय सबंध कैसे निर्माण होंगे इस पाचवे प्रश्न में आपस में सहकार्य की भूमिका, आपसी सद्भाव, परिवार के सुखदुःख मे सहभागी होना इस प्रकार से उत्तर मिले ।
सामाजिक सबंध जैसे विविध उत्तर प्राप्त हुए । उन दोनों मे
  −
आत्मीय सबंध कैसे निर्माण होंगे इस पाचवे प्रश्न में आपस में सहकार्य की भूमिका, आपसी सद्भाव, परिवार के सुखदुःख मे सहभागी होना इस प्रकार से उत्तर मिले ।
     −
प्र.२ आचार्य एवं परिवार के संबंधों बाबत भावात्मक संबंध, परिवार के मार्गदर्शक के रूप में, शुभचिंतक, परिवार
+
प्र.२ आचार्य एवं परिवार के संबंधों बाबत भावात्मक संबंध, परिवार के मार्गदर्शक के रूप में, शुभचिंतक, परिवार का विद्यालय अभिन्न अंग इस प्रकार के मत प्रदर्शित हुए ।
का विद्यालय अभिन्न अंग इस प्रकार के मत प्रदर्शित हुए ।
     −
प्र.३ मातपिताने अपने बालक का विकास जानना, तथा विद्यार्थियों की समस्याओं का हल निकाले हेतु विद्यालय को भेट देना चाहिये यह लगभग सबका उत्तर था।
+
प्र.३ मातपिता ने अपने बालक का विकास जानना, तथा विद्यार्थियों की समस्याओं का हल निकाले हेतु विद्यालय को भेट देना चाहिये यह लगभग सबका उत्तर था।
   −
प्र.६ विद्यालय संचालन मे आर्थिक सहयोग देना, कार्यक्रमों मे सहयोग देना, स्वयं का कलाकौशल विद्यालय
+
प्र.६ विद्यालय संचालन मे आर्थिक सहयोग देना, कार्यक्रमों मे सहयोग देना, स्वयं का कलाकौशल विद्यालय के काम में लगाना, समाज में विद्यालय के प्रति अच्छा दृष्टिकोण विकसित करना इस प्रकार की मदद हो सकती है। प्र. ४, ८ और ९ परस्परावलंबी प्रश्न थे उनका तथ्य इस प्रकार था । अपने बालक की शैक्षिक प्रगति अनुशासन, चारित्र्य, व्यवहार में परिवर्तन इस बातों में विद्यालय परिवार का मार्गदर्शक बने। उसके लिए अभिभावक संमेलन, बैठकें, ई-मेल, दूरध्वनि द्वारा संपर्क करना तथा चिन्तन बैठक का आयोजन करना ।
के काम में लगाना, समाज में विद्यालय के प्रति अच्छा दृष्टिकोण विकसित करना इस प्रकार की मदद हो सकती है। प्र. ४, ८ और ९ परस्परावलंबी प्रश्न थे उनका तथ्य इस प्रकार था । अपने बालक की शैक्षिक प्रगति अनुशासन, चारित्र्य, व्यवहार में परिवर्तन इस बातों में विद्यालय परिवार का मार्गदर्शक बने । उसके लिए अभिभावक संमेलन, बैठकें, ई-मेल, दूरध्वनि द्वारा संपर्क करना तथा चिन्तन बैठक का आयोजन करना ।
      
===अभिमत :===
 
===अभिमत :===

Navigation menu